Indian News : भिलाई। केंद्र की मोदी सरकार के 8 वर्ष पूर्ण होने पर आज भारतीय जनता पार्टी भिलाई द्वारा सुपेला में पत्रकार वार्ता आयोजित किया गया। इस पत्रकार वार्ता में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नीत सरकार ने शानदार, ऐतिहासिक 8 वर्ष पूरे किये हैं इस आठ वर्ष की स्वर्णिम यात्रा को कम शब्दों में सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण का वर्ष इन्हें कहा जा सकता है पीएम मोदी के नेतृत्व में युगपरिवर्तन कारी यह यात्रा अहर्निश जारी है।

सेवा जिसमे कोरोना के इस वैश्विक संकट में देश के सभी नागरिकों के लिए विश्वप्रसिद्ध दोनों टीके के दोनों डोज मुफ्त देने की सेवा से लेकर समूचे देश के पीड़ितों तक चिकित्सा एवं अन्य तमाम राहत समग्री की सेवा जिस प्रधानमंत्री ने अपना पदनाम ही प्रधान सेवक रख लिया हो, उसके संवेदनशील नेतृत्व में केंद्रीय सत्ता और संगठन को सेवा का पर्याय ही बना दिया गया।

सुशासन जिसमे समूचा देश आज लगभग दंगामुक्त हो गया है साम्प्रदायिक और तुष्टिकरण की राजनीति को विराम लगा है कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत की एकता और अखंडता जितनी आज मज़बूत है, वैसा पहले कभी नहीं रही दुनिया भर में आज पीएम मोदी के सुशासन की पहचान है अनेक वैश्विक संगठनों ने मोदी जी को विश्व के सर्वश्रेष्ठ नेता का ख़िताब दिया है यह हम सबके लिए गर्व की बात है।




गरीब कल्याण की बात की जाए तो देश के 80 करोड़ से अधिक नागरिकों तक अनवरत खाद्यान की आपूर्ति कोरोना के वैश्विक संकट के दौरान सुनिश्चित करते रहने से बड़ा गरीब कल्याण और क्या हो सकता है भला? पीएम मोदी ने सभी गरीबों के सर के छत की चिंता की, शुद्ध नल जल उपलब्ध कराने से लेकर उन्हें आयुष्मान भारत के तहत मुफ्त चिकित्सा से लेकर तमाम कल्याणकारी योजनाओं से उन्हें जोड़ा पिछले 8 वर्षों में देश की गरीबी 22% से घट कर से 10% से नीचे आ गई है। कोरोना संकट के बावजूद अत्यंत गरीबी की दर भी 1% से कम 0.8% पर स्थिर बनी हुई है।

पहले देश में एक सामान्य सोच थी कि इस देश का कुछ भी नहीं हो सकता। अब आम जनमानस में यह धारणा बनी है कि मोदी है तो मुमकिन है। 8 साल की यह यात्रा देश की सोच को बदलने की यात्रा है। पहले सरकार जनता से कहती थी- “हुआ तो हुआ”। अब जनता कह रही है – जो कभी नहीं हुआ, वह मोदी जी के शासन काल में हुआ। ये आत्मनिर्भर भारत की यात्रा है, विश्वगुरु के पद पर भारत के प्रतिष्ठित करने का मार्ग बनाने की यात्रा है। 8 वर्ष की यह यात्रा आत्मनिर्भर भारत की “संकल्प से सिद्धि” के रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत देश का रास्ता भी है और संकल्प भी। आत्मनिर्भरता में देश के अनेक मुश्किलों का हल है।

श्री पांडेय ने बताया कि पहले योजनायें कागज़ पर ही बनती थी, कागज़ पर ही लागू होती थी और कागज़ पर ही पूरी
हो जाती थी। आज जनता यह देख रही है कि जिस योजना का शिलान्यास होता है, वह योजना उसी कार्यकाल में पूरी भी होती है। बीते 8 वर्ष कागज़ से क्रियान्वयन और अमलीकरण की यात्रा के रहे हैं। पीएम मोदी की हर योजना अंतिम लाभार्थी तक पहुँचने के परिणाम यह रहे हैं कि :8 वर्षों में देश की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई है। 2014 में 79 हजार रुपये सालाना, अब डेढ़ लाख रुपये हो गया है।

विदेशी मुद्रा भंडार भी लगभग दोगुना हुआ है। 2014 में 300 अरब डॉलर, अब लगभग 600 अरब डॉलर आजादी के 70 साल में देश में केवल 6.37 लाख प्राइमरी स्कूल बने जबकि पीएम मोदी की सरकार के केवल 8 वर्षों में 6.53 लाख प्राइमरी स्कूल बने। विगत 8 वर्षों में देश में 15 नए एम्स का निर्माण हुआ जबकि आजादी से 2014 तक देश में केवल 7 एम्स थे, उसमें से भी 6 अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में बने। डॉक्टरों की संख्या भी पिछले 8 साल में 12 लाख से ज्यादा बढ़ी है। 8 साल में लगभग 170 नए मेडिकल कॉलेज बने।

8 साल में भारत का सड़क नेटवर्क दुनिया में दूसरे स्थान पर पहुँच गया। पिछले 8 साल में पीएम मोदी की सरकार ने लगभग तीन लाख 25 हजार किमी सड़क निर्माण को मंजूरी दी है। सौर और पवन ऊर्जा में भारत की क्षमता बीते पांच सालों में दोगुनी हुई। 2012-13 में देश में खाद्यान्न का उत्पादन 255 मिलियन टन था जो 2021-22 में बढ़ कर 316.06 मिलियन टन हो गया है। यह आजादी के बाद अब तक का रिकॉर्ड उत्पादन है।

कोविड के कारण उत्पन्न मंदी के बावजूद पिछले वित्त वर्ष में 418 अरब डॉलर का रिकॉर्ड निर्यात वित्तीय वर्ष 2021-22 के दस महीने में भारत के कृषि निर्यात में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। 2009 से 2014 (मनमोहन सरकार) के पांच सालों में कृषि बजट में 8.5% की वृद्धि हुई थी, वहीं 2014 से 2019 के बीच कृषि बजट में 38.8% की वृद्धि हुई।


2009-10 में मनमोहन सरकार में जो कृषि बजट था, अब वह 10 गुना बढ़ गया है। 2013-14 में भारत की जीडीपी 112.33 लाख करोड़ रुपये के आसपास थी। आज भारत की जीडीपी दोगुने से भी अधिक यानी 232.14 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। खादी के विकास के लिए आजादी के 70 सालों तक कोई काम नहीं हुआ। प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद पहली बार खादी उत्पादों ने एक साल में 1 लाख 15 हजार करोड़ रुपये का कारोबार किया है।

श्री पांडेय ने बताया कि जैसा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था, दिल्ली से निकला एक रुपया ज़मीन पर मात्र 10 पैसा बन कर पहुंचता है, अब डीबीटी के तहत शत-प्रतिशत पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में जाना संभव हुआ है जीरो लीकेज 8 वर्षों में लाभार्थियों को अब तक नरेन्द्र मोदी सरकार ने 225 ख़रब रुपये ट्रांसफर किये हैं जो गरीबों के सशक्तिकरण का एक प्रमुख टूल बन कर उभरा है। JAM (जन-धन, आधार और मोबाईल) ने लाभार्थियों तक शत-प्रतिशत सरकारी सहायता का पहुंचना सुनिश्चित किया है।

पहली बार किसी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था और जीडीपी को आम जनता से जोड़ा। उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत अभियान, जल जीवन मिशन, गरीब कल्याण अन्न योजना,किसान सम्मान निधि, आयुष्मान भारत और सौभाग्य योजना के कारण देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत हुई और मंदी के बावजूद देश की विकास दर दुनिया में सर्वाधिक बनी रही।


गरीब कल्याण अन्न योजना: पिछले दो वर्षों से मोदी सरकार 3.40 लाख करोड़ रुपये की लागत से देश के लगभग 80 करोड़ लोगों तक जरूरी राशन मुफ्त पहुंचा रही है। यह दुनिया की सबसे बड़ी खाद्यान्न वितरण योजना है।

देश के 12 करोड़ से अधिक किसानों को सालाना 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दे रहे हैं। अब तक 10 किस्तों में किसानों को 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। अगली क़िस्त कल ही प्रधानमंत्री जारी करने वाले हैं। इसके अलावा एमएसपी पर धान खरीदी से लेकर उर्वरकों पर 90 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है एक बोरा यूरिया पर 3 हज़ार से अधिक तो डीएपी पर 2 हज़ार से अधिक अनुदान पीएम मोदी दे रहे हैं। देश के लगभग 55 करोड़ लोगों को सालाना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिल रहा है। अब तक तीन करोड़ से अधिक लोग लाभ ले चुके हैं और 18 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड जारी किया गया है। 9 करोड़ से अधिक घरों में नल से जल पहुंचाने की शुरुआत हो गई है। इस वर्ष लगभग चार करोड़ घरों को इससे जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

श्री पाण्डेय ने बताया कि 2014 से पहले समस्याओं को ही नियति मान लिया गया था। देश की जनता ने तो यह सोचना ही छोड़ दिया था कि ये समस्याएं कभी ख़त्म भी हो सकती हैं। लेकिन पीएम नरेन्द्र मोदी की मंशा ही कुछ और थी। उन्होंने सभी समस्याओं का स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान कर राष्ट्र को विकास की धारा के साथ जोड़ दिया।

इसके साथ ही पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक कार्य किया जिसमे जम्मू-कश्मीर बना भारत का अभिन्न अंग और धारा 370 हुआ निष्प्रभावी, अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बनने का सपना हुआ पूरा, ट्रिपल तलाक से मिली मुस्लिम महिलाओं को आजादी, नागरिकता संशोधन कानून संसद में हुआ पारित, आतंकवाद के खिलाफ व्यापक अभियान, गरीब सवर्णों को आरक्षण, ओबीसी कमीशन को संवैधानिक मान्यता, वन रैंक वन पेंशन, वन नेशन, वन राशन कार्ड, 1450 पुराने और बेकार कानूनों से मिली जनता को राहत, ऐतिहासिक श्रम सुधार क़ानून क्रियान्वित ।

ई-श्रम कार्ड से करोड़ों मजदूरों को लाभ, संस्कृति को दिया सम्मान, नागरिकों में जगाया देश के लिए अभिमान, अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर का निर्माण, दिव्य कशी भव्य काशी का सपना हुआ साकार, बाबा केदारनाथ धाम का पुनरुद्धार, सोमनाथ का विकास, स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी का निर्माण लौह पुरुष को सम्मान, बाबा साहब भीमराव से जुड़े पंचतीर्थ का निर्माण, आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित जनजातीय संग्रहालय का निर्माण, संविधान दिवस, सामाजिक समरसता दिवस, विभाजन विभीषिका दिवस, राष्ट्रीय एकता दिवस, जनजातीय गौरव दिवस और योग दिवस की शुरुआत, नेशनल वॉर मेमोरियल और प्रधानमंत्री संग्रहालय का निर्माण, रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत की कूटनीति की सराहना तो हमारे दुश्मन भी कर रहे हैं। भारत ने अपने 23 हजार छात्रों की सकुशल वतन वापसी कराई।

पत्रकार वार्ता के दौरान वैशाली नगर विधायक विद्यारतन भसीन, नीलू शर्मा, वीरेंद्र साहू, प्रमोद अग्रवाल, पुरुषोत्तम देवांगन, अवधेश चौहान, भूषण अग्रवाल, विष्णु पाठक आदि मौजूद रहे।

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