Indian News : बालोद | एनएच-30 (रायपुर-जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग) के दायरे में आ रहे जिले के चंदनबिरही, पुरूर होते हुए धमतरी-जगदलपुर तक फोरलेन बनेगा। जो वर्तमान में टू लेन है। चौड़ीकरण को लेकर एनएचएआई यानी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मंत्रालय की ओर से मंजूरी मिल गई है। जिसकी पुष्टि बस्तर सांसद दीपक बैज व एनएच विभाग ने की है। इस संबंध में एनएचएआई की ओर से परिपत्र जारी किया गया है। जिसकी प्रतिलिपि सांसद व अन्य जनप्रतिनिधियों को भेजी गई है।
जिसमें धमतरी से जगदलपुर तक एनएच के दायरे में आ रहे 215 किमी सड़क को फोरलेन बनाने को लेकर प्राधिकरण के परियोजना निदेशक ने रायपुर के क्षेत्रीय कार्यालय को पत्र भेजने का जिक्र किया गया है। इसके अलावा फोरलेन को लेकर सर्वे हो चुका है। वहीं जिले के प्रभावित लोगों को मुआवजा भी मिल चुका है। हालांकि फोरलेन निर्माण कार्य कब से शुरू होगा, इस संबंध में कोई बता नहीं पा रहे है।
एनएच विभाग के ईई वी. गोयल ने बताया कि एनएच 30 में फोरलेन निर्माण को लेकर मंत्रालय स्तर पर विभागीय प्रक्रिया चल रही थी। सांसद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी केंद्र स्तर पर प्रयास किया था। हालांकि अभी राशि स्वीकृत हुई है कि नहीं, कब से काम शुरू होगा, इस संबंध में हेड कार्यालय से जानकारी नहीं दी गई है।
पुरूर निवासी जितेंद्र यादव ने बताया कि फोरलेन बनाने के लिए सर्वे हो चुका है। जिसके बाद भूमि अधिग्रहण करने के लिए हमारे गांव के प्रभावित 12 लोगों को मुआवजा भी मिल चुका है। जिले के जितने गांव एनएच के दायरे में आते है, वहां हर 4-5 दिन के अंतराल में सड़क हादसे होते रहते है। चिटौद के शिक्षक ईश्वरी सिन्हा ने बताया कि पुरूर तिराहा में लगभग 500 मीटर का डिवाइडर बना है। इस वजह से वहां हादसे कम होते है। डेंजर जोन, ब्लैक स्पॉट में भी ऐसा ही डिवाइडर बनने से हादसे थमेंगे, ऐसा अनुमान है क्योंकि डिवाइडर बनने से हादसे थमेंगे।
एनएच 30 में बालोद जिले के ग्राम चंदनबिरही, चिटौद, पुरूर, बालोदगहन, जगतरा, मुजालगोंदी, मरकाटोला, कोचवाही शामिल है। वर्तमान में सड़क 10 मीटर चौड़ा है। फोरलेन के बाद चौड़ाई 20 मीटर हो जाएगी। इन गांवों के सामने मुख्य मार्ग में हर माह सड़क हादसे हो रहे है। जगतरा, मरकाटोला में सबसे ज्यादा होते है। इसके अलावा तीन जिले के छोर पर स्थित राजाराव पठार में भी लोगों की आवाजाही होती है।
यातायात का दबाव ज्यादा होने से अक्सर सड़क हादसे होते रहते है। 3 मई की रात जगतरा बस्ती से डेढ़ किमी पहले ट्रक और बोलेरो वाहन की टक्कर से 11 लोगों की मौत हुई थी। जिसके बाद से फोरलेन जल्द बनाने की मांग तेज हो गई है। इस संबंध में साहू समाज के पदाधिकारियों ने सोरम गांव पहुंचे पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू से चर्चा किया था।
रायपुर से धमतरी होते हुए यह एनएच कांकेर, कोंडागांव, जगदलपुर, सुकमा, काेंटा, विजयवाड़ा होते हुए आंध्रप्रदेश को जोड़ती है। अभी डिवाइडर न होने से आमने-सामने से गाड़िया टकरा रही है और गंभीर परिणाम देखने को मिल रहे है। कभी दो तो कभी चार-पांच से ज्यादा लोग दम तोड़ रहे है।
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