Indian News : नई दिल्ली ट्रेन की टिकट कन्फर्म (Confirming Train Ticket) कराने के नाम पर धोखाधड़ी (Cheating) करने के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं. रेलवे स्टेशन से लेकर ट्रेनों में लोग जरूरतमंदों को अपना शिकार बनाते रहे हैं. इन सभी पर लगाम लगाने के लिए और उनकी धरपकड़ के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railways) भी समय-समय पर स्पेशल ड्राइव चलाता रहता है. बावजूद इसके लोगों से धोखाधड़ी करने के मामले थम नहीं रहे हैं. ताजा मामला सोनिया विहार (Sonia Vihar) थानांतर्गत सामने आया है जहां दो अज्ञात लोगों ने बिहार (Bihar Passenger) की टिकट कन्फर्म कराने के नाम पर धोखाधड़ी की है.
उत्तर पूर्वी जिला डीसीपी संजय कुमार सैन के मुताबिक सोनिया विहार थाना पुलिस को गत 18 जून को रेलवे टिकट कन्फर्म कराने के नाम पर धोखाधड़ी करने की शिकायत प्राप्त हुई थी. इस शिकायत में शिकायतकर्ता रणवीर कुमार पुत्र संदुक साहू, निवासी ग्राम-बखारी, जिला समस्तीपुर, बिहार ने बताया कि जब वह अपने जीजा के साथ बिहार के लिए ट्रेन लेने के लिए जहांगीरपुरी से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक मेट्रो ट्रेन में सफर कर रहा था. उस वक्त दो अज्ञात लोगों ने अपने को बिहार का साथी यात्री बताकर दोस्ती कर ली थी.
कन्फर्म टिकट दिलाने के नाम दोनों कथित व्यक्तियों ने गुमराह किया और उन्हें सोनिया विहार तीसरे पुस्ता में ले आए. उन्होंने वहां पर एक तीसरे व्यक्ति से मिलवाया जिसको उन्होंने भारतीय रेलवे में टीटीई के रूप में बताया. बाद में शिकायतकर्ता और उसके जीजा को लूट डर में रखते हुए उनका सारा कीमती सामान यानी एटीएम कार्ड, सोने की अंगूठी और मोबाइल फोन आदि को एक हैंड बैग में रख लिया. बाद में वे सभी हैंड बैग लेकर एक के बाद एक गायब हो गए. इस मामले में प्राप्त शिकायत के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 420/34 के तहत सोनिया विहार, थाने में मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी.
डीसीपी के मुताबिक इस मामले की जांच के लिए एएसआई सुभाष के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल सुनील और कांस्टेबल आशीष की एक टीम गठित की गई. पुलिस जांच के दौरान टीम ने अपराधियों का पता लगाने के लिए जहांगीरपुरी-विधानसभा मेट्रो स्टेशन से सोनिया विहार तीसरे पुस्ता तक लगे तमाम कैमरों के सीसीटीवी फुटेज को स्कैन और विश्लेषण किया.
इन सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच पड़ताल के बाद पता चला कि आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गए. मोटरसाइकिल के ऑनर का भी पता चल गया. इसके बाद पुलिस मोटरसाइकिल की आरसी पर दिए गए पते पर पहुंची और मोबाइल नंबर के आधार पर टेक्नीकल सर्विलांस और लोकल इंटेलीजेंस के माध्यम से आरोपियों का पता लगाया.
डीसीपी के मुताबिक 19 जून को मुखबिर से सूचना मिली और उस आधार पर पुलिस ने आरोपी को दबोचने के लिए पूरा जाल बिछाया. बाद में रवि कुमार महतो (38) पुत्र राम सागर महतो, निवासी निशांत कॉलोनी, पवी सादातपुर लोनी, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने इस मामले में लगातार पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और अपने साथियों के बारे में भी खुलासा किया. रवि पर पहले भी धोखाधड़ी के दो मामले दर्ज हैं.
पुलिस ने रवि की ओर से किए खुलासे के आधार पर छापेमारी की और उसके सहयोगी कमलेश पुत्र जगदीश साहनी, निवासी शकूरपुर दिल्ली आयु-22 वर्ष को शकरपुर दिल्ली से 21 जून को गिरफ्तार किया गया. उसके पास से पीड़ित से ठगा गया एटीएम कार्ड, सोने की अंगूठी और मोबाइल फोन आदि बरामद कर लिया गया. पुलिस टीम इस मामले में वांछित तीसरे व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए भी तलाशी में जुटी है.