नवा रायपुर में बनने वाले सेवाग्राम पर भी प्रदर्शनी

Indian News : रायपुर । आगामी 3 फरवरी को छत्तीसगढ़ सरकार अपनी जनकल्याणकारी योजनाओं की कड़ी में एक और महत्वपूर्ण योजना जोड़ने जा रही है। राज्य सरकार ग्रामीण मजदूर वर्ग के लिए राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना (rajiv gandhi bhumihin krishi mazdoor nyay yojana) की शुरुआत करने जा रही है। इसका शुभारंभ सांसद राहुल गांधी के मुख्य आतिथ्य में होगा।

कल यानी 3 फरवरी के प्रदेश के किसान और युवाओं को कई सौगातें मिलने वाली है। कृषि योजना के अलावा राजीव मितान क्लब योजना (Rajiv Mitan Club Scheme) के तहत राशि का आवंटन किया जाएगा। वहीं वर्धा की तर्ज पर नवा रायपुर में बनने वाले गांधी सेवा ग्राम (Gandhi Seva Gram) की आधारशिला रखी जाएगी। आयोजन के दौरान साइंस कॉलेज मैदान (Science College Ground) में विभिन्न स्टॉलों के जरिए छत्तीसगढ़ के विकास की झलक भी देखने को मिलेगी।
छत्तीसगढ़ में न्याय की बयार|




देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर महात्मा गांधी की ग्राम-स्वराज की संकल्पना को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में भी वर्धा की तर्ज पर गांधी सेवा ग्राम (gandhi Seva Gram) की स्थापना की जा रही है। इसके लिए नवा रायपुर में 75 एकड़ जमीन चिन्हांकित की गई है। सेवा ग्राम में देश की आजादी की लड़ाई के मूल्यों, सिद्धांतों, आदर्शों को भी रेखांकित किया जाएगा।

सेवा ग्राम की लगेगी प्रदर्शनी

छत्तीसगढ़ में नई सरकार के गठन के बाद से हर वर्ग के उत्थान के लिए काम किया जा रहा है। राज्य सरकार विषेशकर सबसे पहले किसानों के लिए न्याय की योजना ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ लेकर आई। जिससे किसानों को उनकी लागत की उचित कीमत मिले। ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ के जरिए किसानों को फसल विविधीकरण और उत्पादन समेत उत्पादकता को बढ़ाने के लिए आदान सहायता (इनपुट सब्सिडी) के रूप में बड़ी धनराशि दी जा रही है।

गोधन न्याय योजना-

गोधन न्याय योजना (godhan nyay yojana) लागू कर राज्य सरकार गौपालकों, किसानों से दो रुपये प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी कर उन्हें सीधा लाभ दे रही है। इस योजना में खरीदे गए गोबर से गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट जैसे उत्पाद बनाए जा रहे हैं। जिससे जैविक कृषि को बढ़ावा मिलने की दिशा में काम हो रहा है। साथ ही स्व-सहायता समूहों की महिलाओं और उनके परिवार को आर्थिक संबलता और समृद्धि मिल रही है।

3 लाख से ज्यादा हितग्राहियों को मिलेगा फायदा

अब न्याय की इस कड़ी में ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों को भी न्याय मिलने जा रहा है। जिसमें ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर परिवार को प्रति वर्ष 6 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। इसके लिए अनुपूरक बजट में 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। कल होने जा रहे कार्यक्रम में योजना के पात्र 3 लाख 55 हजार भूमिहीन कृषक मजदूरों को डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों राशि अंतरण करेंगे।

कार्यक्रम स्थल पर बस्तर संभाग के विभिन्न जिलों की उपलब्धियों को दर्शाने के लिए एक डोम बनाया जा रहा है। इस डोम में प्रवेश द्वार पर वैश्विक ब्रांड बन चुके डेनेक्स का स्टॉल होगा। वहीं डोम के चारों ओर बस्तर में विश्वास, विकास और सुरक्षा के ध्येय को लेकर काम को शिक्षा, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य, सुपोषण, कृषि, वनोपज व हर्बल उत्पाद, उद्यानिकी और कलागुड़ी के स्टॉल में दर्शाया जाएगा। बस्तर के डोम के केंद्र में धार्मिक आस्था को मनोरम अंदाज में दर्शाते देवगुड़ी का मॉडल देखने को मिलेगा, जिसके अग्र भाग में आंगा को विराजित किया जाएगा।

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