Indian News : गांधीनगर। हार्दिक पटेल ने आज दुर्गा पूजा, गौ पूजा पूजा करने के बाद बीजपी का दामन थाम लिया। प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर पाटिल और नितिन पटेल के अलावा बाकी कोई सीनियर लीडर मौजूद नहीं रहा।

इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा – ‘भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करूँगा।’  हार्दिक पटेल का भाजपा में स्वागत करने के लिए गांधीनगर में पार्टी कार्यालय के बाहर उनका पोस्टर लगाया गया था।

हार्दिक पटेल ने साल 2014 में सार्वजनिक जीवन का आगाज किया था। हार्दिक तब पाटीदार संगठन सरदार पटेल ग्रुप से जुड़े थे। इस ग्रुप ने ही आगे चलकर पाटीदार आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया। सरदार पटेल ग्रुप ने साल 2015 में पाटीदार आरक्षण की मांग को लेकर पहली रैली विसनगर में निकाली थी। इस रैली में शामिल हार्दिक पटेल और अन्य पर बीजेपी विधायक के दफ्तर में तोड़फोड़ करने का आरोप लगा था।




Hardik Patel joins BJP:  इस आंदोलन के बाद पाटीदारों को मनाने के लिए अमित शाह खुद पहुंचे थे। पाटीदार युवाओं ने अमित शाह का विरोध किया था। उस समय हार्दिक पटेल ने तो अमित शाह को जनरल डायर कह दिया था। उस समय आनंदीबेन पटेल को 2017 के चुनाव से पहले इस्तीफा देना पड़ा और विजय रुपाणी नए मुख्यमंत्री बनाए गए।

साल 2019 में हार्दिक पटेल कांग्रेस में शामिल हुए। कांग्रेस में शामिल होने पर हार्दिक ने कहा था, ‘कांग्रेस में शामिल हुआ हूं तो गद्दार कहा जा रहा है। अगर मैं बीजेपी में शामिल होता तो मुझे एक बड़े नेता के रूप में स्थापित किया जाता।’

You cannot copy content of this page