Indian News : नई दिल्ली। इस बात को कोई नकार नहीं सकता कि जिंदगी में लगातार रिजेक्शन फेस करने के बाद आप बहुत डिमोटिवेट हो जाते हैं, डर से भर जाते हैं। रिलेशनशिप्स और करियर दोनों में रिजेक्शन का सामना करने के बाद आप एक ऐसे रास्ते पर चले जाते हैं, जहां आपको उम्मीद भी भविष्य की तरह लगती है। सीधे तौर पर नहीं या मैं यह नहीं कर सकता रिजेक्शन से आई कड़वहाट के कारण होता है। हालांकि क्या आपने कभी सोचा है कि आपको रिजेक्शन का सामना क्यों करना पड़ता है, इसका जवाब हम आपको देने जा रहे हैं। ऐसे कई कारण हो सकते हैं, जिस वजह से आपको लगातार ना सुनना पड़ता है।
डरावना बचपन
बचपन से ही रिजेक्शन का सामना करना आपको निगेटिविटी, निराशा और क्रोध से भर देता है। ऐसे पैरेंट्स का होना, जो आपके रिजेक्शन्स आप पर थोपते हैं और आपको दोषी बताते हैं, यह आपको कितना नुकसान पहुंचा सकता है इसका आप अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपनी असमर्थता पर भरोसा करने लगते हैं। आपने बचपन में जिस ट्रॉमा को झेला होता है, वो आपके आज के रिजेक्शन का कारण बनते हैं।
आत्मविश्वास की कमी होना
आत्मविश्वास में कमी का होना आपके रिजेक्शन का एक कारण बन सकता है। जब आप खुद पर भरोसा नहीं कर पाते हैं, जिसकी जरूरत जिंदगी के हर एक पड़ाव पर पड़ती है, तो आप खुद को आगे नहीं बढ़ा पाते हैं। ऐसे में आप दूसरों को आपको नीचा दिखाने और आपके पास आए अवसरों को छीनने का मौका देते हैं।
नकारात्मक विचार
जब बचपन से ही आपके दिमाग में नकारात्मक विचारों और मूल्यों को डाला जाता है, तो आप पॉजिटिव तरह से सोचना बंद कर देते हैं, जो आपको रिलेशनशिप और करियर में सफल होने में मदद कर सकता था। जब आपके दिमाग में नकारात्मकता से भरे विचार घर कर लेते हैं, तो आप दूसरों की मदद करने, उनके प्रति दयालु रहना बंद कर देते हैं, जो आपकी कामयाबी में एक अवरोध के रूप में काम करता है।
पर्सनालिटी डिसऑर्डर भी है एक कारण
पर्सनालिटी डिसऑर्डर और बचपन से त्याग किए जाने जैसी समस्याएं आपके रिजेक्शन का बड़ा कारण हो सकता है। दूसरे क्या सोचते हैं इस बात को समझ न पाने की असमर्थता आपके मन में तमाम बातें पनपने का मौका दे देती हैं। ऐसे में आप लोगों के बीच घुल-मिल नहीं पाते हैं। कई बार लोगों को इस कारण आपका बिहेवियर भी अजीब लगता है। ऐसे में वे आपको अपने सर्कल में शामिल नहीं कर पाते हैं
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