Indian News : बैलगाड़ी तो किसान भी चलाना पसंद नहीं करते, ट्रैक्टर खरीदने लगे हैं लेकिन क्या आप जानते हैं अपने शहर में रहते हुए आप खाली बैलगाड़ी से ₹1200 प्रति घंटा, 4800 प्रतिदिन यानी ₹144000 प्रति महीना कमा सकते हैं। आइए हम बताते हैं यह कैसे पॉसिबल होगा। शिव खेड़ा ने बहुत खूब कहा है, WINNERS DON’T DO DIFFERENT THINGS, THEY DO THINGS DIFFERENTLY (विजेता कोई अलग काम नहीं करते बल्कि वह अलग तरीके से काम करते हैं)। अपन भी ऐसा ही करेंगे। कोई अलग काम नहीं करेंगे लेकिन अलग तरीके से काम करेंगे और अगले 1 मिनट में आप भी विश्वास करेंगे कि, इस बिजनेस में तो प्रॉफिट ही प्रॉफिट है बॉस।
- गांव में किसान वाली बैलगाड़ी नहीं NEW DESIGN BULLOCK CART चाहिए।
– अब आपके शहर में सबसे बड़े चिल्ड्रन पार्क के अंदर एक छोटी सी 10X10 साइज की झोपड़ी बनाने के लिए जगह चाहिए।
– पार्क वाले एक न्यूनतम किराए के बदले जगह भी दे देते हैं और पार्क में BULLOCK CART चलाने की परमिशन भी।
– बस उस छोटी सी जगह में बढ़िया सी खूबसूरत झोपड़ी बनाइए। कुछ ऐसी जिसके साथ लोगों को सेल्फी लेने का मन करें।
– इसी झोपड़ी के पास अपन BULLOCK CART की बुकिंग करेंगे।
– 10 मिनट का राउंड होगा जैसा कि घोड़ा और ऊंट के मामले में होता है।
– एक बच्चे से मात्र ₹50 भी लिया और BULLOCK CART पर मात्र 4 बच्चों को रवाना किया तो ₹200 प्रति 10 मिनट यानी ₹1200 प्रति घंटा, 4800 प्रतिदिन, ₹144000 प्रति महीना।
– HUT यानी झोपड़ी का किराया और BULLOCK CART ड्राइवर की सैलरी तो झोपड़ी में मैगी और चिप्स बेचने से ही निकल आएगी।
बच्चों की खुशी के लिए पेरेंट्स खर्चा नहीं देखते और फिर जो पेरेंट्स अपने बच्चों को लेकर पार्क में आते हैं वह कुछ ना कुछ पैसा खर्च करने का माइंडसेट बनाकर ही आते हैं। इसलिए यहां कमाई में कोई बाधा नहीं होगी। जब एक चिल्ड्रन पार्क का प्रोजेक्ट सफल हो जाए तो शहर के बाकी सारे चिल्ड्रन पार्क में आपका इंतजार कर रहे हैं।
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