Indian News : अंबिकापुर | आज हम आपको जनजातीय बाहुल्य सरगुजा के ऐसे क्षेत्र की खबर बताने वाले हैं, जिसे पढ़कर आप जरूर चौक जायेंगे और कहेंगे कि विकास के नाम पर इतना भ्रष्टाचार। जी हां..आपने बिल्कुल ठीक पढ़ा कि गांव के विकास के लिए सरकार ने पंचायत के खाते में रकम दी वो धीरे धीरे निकलती चली गई और विकास धरा का धरा रह गया। जब प्रशासन का डंडा चला तो सरपंच माफी मांगने लगी।

सरपंच ने किया लाखों का घोटाला

million scam by Lady Sarpanch दरअसल ये माफीनामा है एक सरपंच का… नाम पुष्पा सिंह … सरपंच बतौली ब्लॉक के ग्राम चिरंगा की और काम, विकास के नाम पर ग्रामीणों के हक पर डाका। इन्होंने और सचिव ने मिलीभगत कर बंदरबांट करते हुए पंचायत के विकास के लिए खाते में आए 18 लाख 20 हजार रुपए गटक लिए। अब ये माफी इसलिए मांग रही हैं कि अधिकारी जांच करने पहुंच गए और जब विकास का काम देखा तो उनके भी होश उड़ गए, जिन कामों के एवज में पैसे निकाले गए दरअसल वो काम तो कहां जमीन पर दिखे ही नहीं। मामले में चौकाने वाली बड़ी बात तो यह है कि गांव की सरपंच खुद बता बता रहीं है कि उनसे बहुत बड़ी गलती हो गई है और उन्होंने गांव के विकास के लिए आई हुई राशि को दूसरे चीजों पर इन्वेस्ट कर दिया है और अब उन्हे गांव के विकास के लिए 1 महीने का समय चाहिए ताकि वे रुपयों का जुगाड़ बनाकर गांव का विकास करेंगी।




अब मां रहीं माफी

एक भी जगह काम तो हुआ ही नहीं लेकिन पैसे आहरित हो गए है। गांव के विकास के नाम पर 2020 से सरपंच पुष्पा सिंह और तत्कालीन सचिव भरत लाल कुल ने 18 लाख 20 हजार रुपए निकाल लिए, वो भी काम पूरा बताकर जिसकी शिकायत कलेक्टर से की गई थी।

काम शुरू तो हुए…लेकिन नहीं हुए पूरे

चिरंगा गांव में शिकायत के बात निरीक्षण के लिए पहुंचे अधिकारी ने IBC24 की टीम को बताया कि बहुत बारीकी से निरीक्षण किया गया है, तो कोई भी एक ऐसा विकास का काम गांव में पूरा नहीं हुआ है जिसका पैसा पंचायत के खाते से सरपंच और सचिव ने निकाला है। उन्होंने ये भी बताया कि एक-दो कामों को शुरू जरूर किया गया लेकिन उसे सिर्फ खानापूर्ति कर अधूरा छोड़ दिया गया है। अब इसकी जांच रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों तक जाएगी और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

गांव का विकास क्यों अधूरा रह जाता है?

जनजातीय बाहुल्य सरगुजा के बतौली ब्लॉक के चिरंगा के सनसनीखेज भ्रष्टाचार की खबर देखने के बाद आपको यह अंदाजा जरूर लग गया होगा कि आज भी गांव का विकास क्यों अधूरा रह जाता है। ये तो मामला इसलिए खुल पाया कि ग्रामीणों ने शिकायत की और जांच टीम जांच के लिए पहुंची। अब चिरंगा गांव के ग्रामीणों के इंतजार है तो कार्रवाई का।

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