Indian News : रायपुर । छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भूपेश सरकार बनने के बाद आज चौथी बार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी रायपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जहां भूपेश सरकार के कार्यकाल और योजनाओं को सराहा, तो वहीं केंद्र की भाजपा सरकार को जमकर कोसा। आज राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा देश को दो हिस्सों में बांट रही हैं। दो नए देश का निर्माण करना चाहती है, लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। राहुल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों और मजदूरों के लिए जिन योजनाओं को अमल में लाया है, उसे पूरे भारत में लाने की आवश्यकता हैं
राहुल ने बताया कि मैंने लोकसभा में एक भाषण दिया और कहा कि हिंदुस्तान के सामने 2—3 बहुत बड़ी चुनौतियां हैं। बीजेपी और उनकी विचारधारा हमारे देश को बहुत बड़े खतरे की ओर ले जा रही है जिसे मैंने कल पार्लियामेंट में समझाया। राहुल ने कहा कि आज आपको थोड़ा सा बताना चाहता हूं।
खतरा किस बात का..? बीजेपी आज एक देश को 2 देशों में बांट रहा है दो नए देश बनाए जा रहे हैं। एक देश चुने हुए चंद अरबपतियों उस देश में हवाई जहाज, हाई टेक्नोलॉजी, धन, स्टॉक मार्केट का पैसा उस देश में जो भी आप चाहते हैं जितना भी देश का धन आप चाहते हैं ले सकते हैं। और दूसरा देश हमारे प्यारे देशवासियों का है, जो अरबपतियों से अलग करता है और देशवासियों को इस देश से बीजेपी अलग करना चाहती है।
70 साल में क्या हुआ
भाजपा अक्सर यह कहते नजर आती है कि इन 70 सालों में आखिर क्या हुआ। यह किसी पार्टी से पूछा जाने वाला सवाल नहीं है, बल्कि देशवासियों से पूछा जाने वाला सवाल है। 70 साल में क्या हुआ, इस देश में अधिक प्रगति हुई है तरक्की हुई है तो यह किसी पार्टी की नहीं यह हिंदुस्तान के किसान—मजदूर की देन है। यह सवाल पूछ कर कांग्रेस का नहीं बल्कि देश का अपमान करते हैं देशवासियों का अपमान करते हैं। इस देश को प्रगति के रास्ते पर गरीब किसान और मजदूरों ने अपने खून पसीने से खींचकर बनाया है। आज उन्हीं ही यह देश से बेदखल करना चाहते हैं और गिनती के लोगों को शेष पर बिठाना चाहते हैं।
100 लोगों के पास सारा धन
राहुल ने कहा कि देश के 40 फीसदी लोगों के पास जितना धन है, उसके मुकाबले देश के 40 प्रतिशत लोगों के पास धन नहीं होगा। देश की प्रगति तभी होगी, जब उन 40 फीसदी भूखे लोगों के पास सारी सुविधाएं होंगी। देश की प्रगति तभी संभव है, जब 40 फीसदी लोगों का ख्याल रखा जाएगा।