Indian News : जब हम प्‍यार में होते हैं, तो कई बार खुद के साथ हो रहे गलत व्‍यवहार और टॉक्सिक रिलेशन को स्‍वीकार करते हुए आगे बढ़ते हैं. कई बार इंसान खुद पर हो रहे मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना के विरोध में कुछ करने के बारे में सोचते हैं, लेकिन पार्टनर के व्‍यवहार में सकारात्‍मक बदलाव की उम्‍मीद हमें हर बार ऐसा करने से रोक लेती है. हर बार पार्टनर को माफ करने वाला व्‍यवहार सिचुएशन को और भी खराब कर देता है.

ऐसे में आपको जानना ज़रूरी है कि भावनात्‍मक तौर पर हो रहे अत्‍याचार को चुपचाप सहते जाना गलत निर्णय है. बता दें कि रिलेशनशिप में ऐसे इमोशनल अत्‍याचार कई बार एनपीडी यानी कि नार्सिसिस्टिक पर्सनालिटी डिसऑर्डर (Narcissistic personality disorder) का वजह बन जाते हैं, जो आपके मानसिक सेहत को जीवन भर के लिए नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में सही समय पर अपने रिलेशनशिप में मानसिक प्रताड़ना को पहचानना जरूरी है. इसे पहचानने का तरीका हम आपको बताते हैं.

हर वक्‍त कमतर महसूस कराना –




 जब आप अपने लाइफ में कुछ नया करने की सोचते हैं और आप पार्टनर के साथ डिस्‍कस करते हैं, तो उम्‍मीद करते हैं कि पार्टनर आपको मोटिवेट करे और आगे बढ़ने के लिए हिम्‍मत दे. लेकिन अगर आपका पार्टनर हर बात पर आपको हतोत्साहित करता रहता है या आपकी उपेक्षा करता है, तो आपको सचेत हो जाना चाहिए. रिलेशनशिप नॉर्मल तभी माना जाता है, जब एक-दूसरे को प्रोत्साहित करें और एक दूसरे की उपलब्धियों पर खुश हों.

हर वक्‍त शिकायत करना

थोड़ी बहुत शिकायत एक आम बात है, लेकिन अगर आपका पार्टनर हर वक्त आपकी आलोचना करता है तो, ये अपमानजनक हो सकता है. इससे आप इमोशनली परेशान हो सकते हैं. ऐसे में आपके कपड़े, मेकअप, रूप, वजन, व्यवहार हर चीज़ में अगर आपको शिकायत मिलती रहे, तो ये आम नहीं है. ऐसे में आप अपने पार्टनर से बात करें और अपनी भावनाओ को बताएं.

संवेदनाओं को लेकर इग्‍नोर करना

कोई भी इंसान किसी रिश्ते में सिर्फ इसलिए बंधता है, जिससे उसे किसी ऐसे शख्स की जरूरत होती है, जो उसे समझे और उसकी बातों पर सहानुभूति जताए, लेकिन अगर आपका पार्टनर आपकी जरूरत के वक्त आपके पास नहीं है, तो आपको उस रिश्ते से निकलने के बारे में सोचना चाहिए.

हर वक्‍त कलह

कपल्स के बीच लड़ाइयों आम बात है, लेकिन अगर आप हर वक्‍त लड़ते रहते हैं और रिश्ता बीते कल से बदतर होता जा रहा है, तो आपको अपने रिलेशनशिप पर एक बार ज़रूर सोचना चाहिए, क्‍योंकि कोई भी पार्टनर अधिक देर तक अपने साथी को परेशान नहीं देख सकता.

आरोप लगाना

अपने रिश्ते में अगर आप हमेशा खुद को बैकफुट पर देखते हैं और हर गलतियों पर आपको जिम्‍मेदार ठहराया जाता है, तो आप समझ लें आपके साथ इमोशनल अत्‍याचार हो रहा है. ऐसे में आप अपने मन की बात पार्टनर के साथ शेयर करें और उसके साथ भविष्‍य को लेकर अपनी राया खुलकर रखें.

Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि Indian News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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