Indian News : नई दिल्ली | इस बार देवउठनी एकादशी 04 नवंबर दिन शुक्रवार को पड़ रही है. इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से बाहर आएंगे और तब चातुर्मास का समापन हो जाएगा. इसके बाद चार महीनों से बंद पड़े मांगलिक कार्य पुन: प्रारंभ हो जाएंगे. हालांकि इस वर्ष शुक्र अस्त रहने के कारण 20 नवंबर तक विवाह का कोई मुहूर्त नहीं रहेगा.

हिंदू धर्म में जनेउ, शादी-ब्याह, मुंडन आदि शुभ कार्यों के लिए अक्सर पंचांग की मदद से शुभ तिथि, नक्षत्र, मुहूर्त आदि पर विचार किया जाता है. पंचांग के अनुसार 10 जुलाई 2022 को देवशयनी एकादशी पर देवताओं के शयन करते ही जहां मांंगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है, वहीं देवउठनी एकादशी से उसकी एक बार फिर से शुरुआत होती है. साल के आखिरी दो महीनों में कब-कब रहेंगे शादी के शुभ मुहूर्त, आइए इसे विस्तार से जानते हैं.

देवउठनी एकादशी पर इस बार नहीं होंगे विवाह




पंडित दीपक मालवीय के अनुसार इस साल 04 नवंबर 2022, शुक्रवार से मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाएंगे, लेकिन शुक्र ग्रह के अस्त होने के चलते देवोत्थान एकादशी पर विवाह का मुहूर्त नहीं बन रहा है. ऐसे में शादी विवाह का पहला शुभ मुहूर्त 24 नवंबर 2022 को रहेगा.

नवंबर-दिसंबर में शुरू होंगे ब्याह

नवंबर महीने में विवाह के शुभ मुहूर्त : 24, 25 और 26 नवंबर 2022 दिसंबर महीने में विवाह के शुभ मुहूर्त : 2, 3, 7, 8, 9, 13, 14, 15 और 16 दिसंबर 2022

इस तारीख से फिर रुक जाएंगे सभी मांगलिक कार्य

16 दिसंबर 2022 के बाद खरमास की शुरुआत होते ही एक बार फिर शादी-व्याह रुक जाएंगे और उसके खत्म होते ही दोबारा एक बार फिर अगले साल 15 जनवरी 2023 से विवाह के शुभ मुहूर्त की शुरुआत |

साल 2023 के पहले महीने जनवरी में शादी का पहला शुभ मुहूर्त (रविवार) 15 जनवरी को पड़ रहा है. इसके बाद (बुधवार) 18 जनवरी, (बुधवार) 25 जनवरी, (गुरुवार) 26 जनवरी, (शुक्रवार) 27 जनवरी, (सोमवार) 30 जनवरी और (मंगलवार) 31 जनवरी जैसी तारीखें भी शादियों के लिए अच्छी हैं.

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