Indian News : आज के वक़्त में हाई ब्लड प्रेशर (high blood pressure ) एक आम समस्या है जो आजकल एक कॉमन समस्या (common ) हो गई है। बता दें कि आजकल की दौड़भाग भरी जिंदगी में लोग कम उम्र में ही हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में एक बैलेंस और तनाव रहित जिंदगी जीने के लिए लोगों को जागरुक करने के मकसद से हर साल विश्व हाइपरटेंशन डे (hypertension day ) मनाया जाता है।

हाइपरटेंशन (Hypertension) को साइलेंट किलर (silent killer ) भी कहा जाता है। कई बार इस बीमारी से पीड़ित शख्स में किसी भी तरह के लक्षण नजर नहीं आते। लेकिन यह कार्डियोवस्कुलर सिस्टम और किडनी (kidney ) को नुकसान पहुंचा सकता है। हाइपरटेंशन होने पर ज्यादा पसीना आना, घबराहट होना, अच्छे से नींद न आना जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।

क्या है हाइपरटेंशन  (hypertension )

हाइपरटेंशन ब्लड प्रेशर (blood pressure ) से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है, जिसमें रक्तचाप तय मानक से ज्यादा हो जाता है। दरअसल, धमनियों के जरिए खून को दौड़ने के लिए प्रेशर (pressure ) की एक निश्चित मात्रा की जरूरत होती है।

जानिए इतिहास (history )

14 मई 2005 को द वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग (WHL) की स्थापना की गई। इसके बाद 2006 से हर साल 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस (World Hypertension Day) मनाया जाता है। इस दिन को हाइपरटेंशन (hypertension )जैसी घातक बीमारी का पता लगाने, उसे कंट्रोल या खत्म करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। WHO की एक रिपेार्ट के मुताबिक दुनियाभर (all over world ) में  करीब 1.13 बिलियन लोगों को हाइपरटेंशन की बीमारी है। दुनिया में हर चौथा आदमी हाइपरटेंशन की समस्या से जूझ रहा है।

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