Indian News : नई दिल्ली |  सावन का महीना कुछ ही दिनों में ख़त्म हो जाएगा, सावन का आखिरी दिन 11 अगस्त को पड़ेगा और इस दिन रक्षा बंधन का मनाया जायेगा। लेकिन इस महीने आखिरी सात दिन बहुत खास होने वाले है। 5 से 11 अगस्त तक पूजा-पाठ और व्रत-पर्व के पांच दिन रहेंगे और दो दिन ग्रहों के राशि परिवर्तन वाले रहेंगे। सावन के इन आखिरी दिनों में शुक्रवार से गुरुवार तक हर दिन कोई खास तिथि या तीज-त्योहार रहेगा। सावन में हर दिन शिव पूजा करने का विधान शिव पुराण में बताया गया है। लेकिन साथ ही कहा है कि इस पवित्र महीने में किए गए व्रत-उपवास और दान करने से कई गुना पुण्य फल मिलता है। इसलिए सावन में आने वाले पर्वों का महत्व और बढ़ जाता है।

5 अगस्त, शुक्रवार :

इस दिन सावन महीने की अष्टमी तिथि है। इस तिथि पर भगवान काल भैरव की पूजा और व्रत किया जाएगा। भगवान शिव का ही रुद्रावतार होने से सावन में काल भैरव पूजा का विशेष महत्व ग्रंथों में बताया गया है।




6 अगस्त, शनिवार :

ये सावन महीने का आखिरी शनिवार रहेगा। इस दिन भगवान नृसिंह, हनुमान और शनि देव की पूजा और व्रत करने का विधान हैं। इन तीनों देवताओं की पूजा से हर तरह की परेशानियां दूर हो जाती हैं।

7 अगस्त, रविवार :

इस दिन शुक्र ग्रह राशि बदलकर कर्क में आ जाएगा। जिससे कर्क, कन्या और मीन राशि वालों के लिए अच्छा समय शुरू हो जाएगा। इस ग्रह के प्रभाव से कई लोगों का खर्चा भी बढ़ सकता है।

8 अगस्त, सोमवार :

ये सावन का आखिरी सोमवार रहेगा। साथ ही इस हिंदी महीने की आखिरी एकादशी भी रहेगी। इसे पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। इस व्रत से हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं और जिन लोगों को संतान नहीं उनको संतान मिलती है।

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