Indian News:  यह शॉकिंग घटना हरिणाया के पानीपत की है, जहां शनिवार देर शाम वन विभाग और पुलिस की एक टीम तेंदुए को रेस्क्यू करने पहुंची थी। पर सब कुछ प्लान के अनुसार नहीं हुआ। दरअसल, रेस्क्यू के दौरान खूंखार तेंदुए ने टीम पर अटैक कर दिया और खुद को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम ने तेंदुए पर लाठियां चला दीं।

अंत में, तेंदुए को पकड़ लिया गया। लेकिन टीम के कई सदस्यों को चोटें भी आईं। सोशल मीडिया पर इस रेस्क्यू ऑपरेशन का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसे देखने के बाद एक तरफ यूजर्स पुलिस और वन विभाग की बहादुरी को सलाम कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ यूजर्स का कहना है कि तेंदुए को पकड़ने पूरी तैयारी के साथ जाना चाहिए था। उस बेजुबान पर इस तरह से लाठियां बरसाना ठीक नहीं।

टीम की बहादुरी को IPS ने किया सैल्यूट

यह चौंकाने वाला वीडियो IPS अधिकारी शशांक कुमार सावन (@shashanksawan) ने 8 मई को ट्विटर पर शेयर किया। उन्होंने कैप्शन में लिखा- वन विभाग और पुलिसकर्मियों के लिए एक कठिन दिन…। उनमें से दो जनों को गंभीर चोटें आईं। उनकी बहादुरी और साहस को सलाम! अत में, तेंदुआ सहित सभी सुरक्षित हैं। इस वीडियो क्लिप को न्यूज लिखे जाने तक 5 लाख से अधिक व्यूज, 20 हजार से ज्यादा लाइक्स और 3.8 हजार री-ट्वीट्स मिल चुके हैं।

सबसे पहले एक किसान ने देखा था तेंदुए को

रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना पानीपत के बहरामपुर गांव की है। जहां एक किसान ने शाम को चारा काटने के दौरान इस तेंदुए को देखा और तुरंत बापौली थाना को सूचना दी। इसके बाद, पुलिस ने वन विभाग को सूचित किया। गांववाले भी तेंदुए को पकड़ने के लिए एकजुट हो गए। तब तक सनौली और बापौली पुलिस की टीम भी पहुंच गई। अंधेरा घिरने लगा तो ग्रामीणों ने फोन की टार्च जला लीं। घेराबंदी कर दी गई और फिर रोहतक वन विभाग अधिकारी ने तेंदुए पर बंदूक से बेहोशी का इंजेक्शन दाग दिया, लेकिन निशाना चूक गया और तेंदुए ने उन पर अटैक कर दिया।

इस तरह से बचाया खुद को तेंदुए के हमले से

इसके बाद सौनाली थाना प्रभारी उनको बचाने कूदे तो तेंदुए ने उन्हें पकड़ लिया। आस-पास खड़े टीम मेंमबर्स ने तेंदुए पर हमला किया, तो वह उनसे दूर हटा। इतने में हौसला दिखाते वनकर्मी ने ट्रैंकुलाइजर इंजेक्शन से भरे दो शाट तेंदुए पर मारे। इसके बाद, टीम ने रस्सी और जाल फेंककर तेंदुए को काबू कर लिया। हालांकि, तेंदुए के अटैक में सनौली थाने के एसएचओ जगजीत सिंह जख्मी, वन्यजीव इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार और डॉक्टर अशोका खासा बुरी तरह घायल हो गए। सोशल मीडिया पर लोग इसको लेकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अधिकतर लोग पुलिस और वन विभाग की टीम की सरहाना कर रहे हैं। वहीं वन्यजीव प्रेमियों को रेस्क्यू ऑपरेशन का यह तरीका अनप्रोफेशनल लगा!

इंसान और तेंदुए का एक दूसरे के प्रति खौफ!

Tough day at work for people from police and forest dept.. A couple of them suffered injuries..Salute to their bravery and courage..In the end, everyone is safe..Including the leopard.. pic.twitter.com/wbP9UqBOsF

— Shashank Kumar Sawan (@shashanksawan) May 8, 2022

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