Indian News : रायपुर | छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन होने के बाद से कई प्रकार की व्यवस्थाओं में बदलाव देखने को मिल रहा है। सरकारी योजनाओं से लेकर पूर्ववर्ती सरकार के नियमों में बदलाव देखने को मिल रहा है। वहीं, नई भाजपा सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार के कई कामकाज में सवालिया निशान लगाए है । इन सब के बीच ये खबर आ रही है कि छत्तीसगढ़ में लगी राम मूर्तियों की सोशल ऑडिट के लिए विधायक अजय चंद्राकर की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है।
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मिली जानकारी के अनुसार, विधायक अजय चंद्राकर की अध्यक्षता में बनी समिति इस बात की जांच करेगी कि भगवान राम की प्रतिमा किस उम्र की है? भगवान राम की कौन सी मुद्रा है? भगवान राम कौन सा साजो श्रृंगार है? भगवान राम की प्रतिमा में कौन से पत्थर लगे हैं? भगवान राम की मूर्तियों में भी वेरिएशन क्यों है?
वहीं, राम की प्रतिमा को लेकर अजय चंद्राकर ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला है। अजय चंद्राकर ने कहा है कि यह किसी को नहीं पता, सिर्फ कंपनी जानती है । जहां भगवान राम गए नहीं, वहां भी मूर्ति लगाई गई। धार्मिक निर्माण के नाम पर पैसा खाने वाली पहली भ्रष्ट सरकार कांग्रेस की है । इन सभी बातों की सोशल ऑडिट होनी चाहिए |