Indian News : नॉर्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइज़ेशन (नाटो) महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने बृहस्पतिवार को कहा कि संगठन ने अपनी रक्षा योजनाओं को सक्रिय कर दिया है। हालांकि, यूक्रेन के अंदर सैनिकों की तैनाती नहीं की जाएगी।

बता दें, एक प्रेस वार्ता में स्टोलटेनबर्ग ने बताया कि यूक्रेन के अंदर कोई नाटो सैनिक नहीं है। इसलिए गठबंधन के पूर्वी हिस्से में नाटो सैनिकों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए 100 से अधिक जेट और 120 जंगी जहाजों को भूमध्यसागरीय क्षेत्र में भेजा गया है। नाटो महासचिव ने कहा कि गठबंधन को आक्रामकता से बचाने के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेंगे। इसी के चलते कल नाटो नेता मिलेंगे ताकि आगे का रास्ता तय किया जा सके।

सुरक्षा बलों की तैनाती मजबूत करने पर जताई सहमति: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन में सैन्य हमले का आदेश दिए जाने के बाद नाटो ने यूक्रेन और रूस के पास स्थित अपने पूर्वी किनारे में अपनी जमीनी, समुद्री बलों और वायुसेना की तैनाती को मजबूत करने पर एक आपातकालीन बैठक में सहमति जताई। इसके बाद नाटो के दूतों ने आपातकालीन वार्ता के बाद बयान जारी कर बताया कि गठबंधन के पूर्वी हिस्से में अतिरिक्त रक्षात्मक जमीनी और वायुसेना के साथ ही अतिरिक्त समुद्री परिसंपत्ति तैनात कर रहे हैं।




रूस के आक्रमण से यूरोप की शांति हुई भंग

नाटो के महासचिव जेन्स स्टॉल्टेनबर्ग ने यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान की भी निंदा की और रूस से अपनी सैन्य कार्रवाई को तुरंत बंद करने को कहा। स्टॉल्टेनबर्ग ने शुक्रवार को नाटो गठबंधन के नेताओं का शिखर सम्मेलन बुलाने का आह्वान किया है।

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