Indian News : नीदरलैंड्स (Netherlands) में ह्यूमन इम्यूनोडेफिसिएंसी वायरस (HIV) का नया वैरिएंट मिला है. बताया जा रहा है कि यह वैरिएंट मरीज को ज्यादा तेजी तेजी से AIDS की तरफ ले जाता है. यह वैरिएंट पुराने HIV वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा संक्रामक और खतरनाक है. HIV शरीर के अंदर मौजूद इम्यून सेल्स (Immune Cells) CD4 को खत्म कर देता है. जिससे इनकी संख्या शरीर में घट जाती है. यही संक्रमण बाद में एड्स में बदल जाता है

नए एचआईवी वैरिएंट का नाम है वीबी वैरिएंट (VB Variant). इससे संक्रमित लोगों में CD4 इम्यून सेल्स दोगुना तेजी से कम होती हैं. इस वैरिएंट के एचआईवी स्ट्रेन में पुराने वाले स्ट्रेन्स के जेनेटिक सबटाइप (बी) से मिलते हैं. अगर इलाज नहीं होता है तो VB Variant ज्यादा तेजी से एड्स में बदल जाता है. अगर किसी इंसान को इस वैरिएंट का संक्रमण है, तो वह बिना इलाज के दो से तीन साल में एड्स का मरीज बन जाएगा

यह स्टडी हाल ही में Science जर्नल में प्रकाशित हुई है. VB वैरिएंट के संक्रमण की वजह से एड्स 2 से 3 साल में होता है, जबकि पुराने HIV वैरिएंट्स में यह प्रक्रिया 6 से 7 साल में होती थी. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पैथोजन डायनेमिक्स और स्टेटिस्टिकल जेनेटिक्स के वरिष्ठ शोधकर्ता और इस स्टडी के लेखक क्रिस वीमैंट ने बताया कि इस वैरिएंट से संक्रमित मरीज संक्रमण की पहचान से एडवांस एचआईवी तक सिर्फ 9 महीने में पहुंच जा रहा है.




क्रिस वीमैंट ने बताया इस वैरिएंट से ज्यादातार मरीज 30 की उम्र में संक्रमित हो रहे हैं. अगर सही समय पर बीमारी की पहचान नहीं होती है, तो उनके लिए दिक्कत बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. लेकिन ऐसा नहीं है कि इससे सिर्फ युवाओं को परेशानी होगी. VB Variant का संक्रमण बुजुर्ग लोगों में भी ज्यादा तेजी से फैलता है.और वह ज्यादा खतरनाक हो सकता है. बुजुर्गों के लिए तो यह भयानक स्थिति पैदा कर सकते है |

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