Indian News : क्रेन पर रूस के हमले के बाद जब देश के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की को कथित तौर पर देश छोड़ने का प्रस्ताव मिला तो उन्होंने वीडियो के ज़रिए सीधा जवाब दिया कि “मुझे हथियारों की ज़रूरत है, न कि परिवहन की.”
उनकी पत्नी ओलेना ज़ेलेंस्का और दोनों बच्चे साशा और सिरिल ने भी देश में रुकने का फ़ैसला किया.
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और अब राष्ट्रपति ने कहा है कि उनके बाद उनका परिवार रूस का अगला निशाना होगा. इसके बाद निगाहें देश की प्रथम महिला और ज़ेलेंस्की की पत्नी की ओर मुड़ गईं, सुरक्षा कारणों से जिनके ठिकाने के बारे में किसी को पता नहीं है.
जहां पर ज़ेलेंस्का रह रही हैं वहां से उन्होंने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए सोशल मीडिया के ज़रिए देश के हित की बात कर रही हैं.
बीते सप्ताह उन्होंने लिखा, “आज न मैं रोऊंगी और न घबराऊंगी. मैं संयमित और आत्मविश्वासी रहूंगी. मेरे बच्चे मेरी ओर देख रहे हैं. मैं उनके साथ रहूंगी. और मैं अपने पति के साथ रहूंगी, आपके साथ रहूंगी.”
इसी दौरान उन्होंने एक नया मैसेज दुनिया की अन्य प्रथम महिलाओं के लिए साझा किया. उन्होंने उसमें समझाया कि वे क्या कर सकती हैं, “प्रथम महिलाएं इन दिनों मुझसे पूछ रही हैं कि वो यूक्रेन की मदद कैसे कर सकती हैं. मेरा जवाब है: दुनिया को सच बताइये.”
उन्होंने उन लोगों के लिए भी सूचना साझा की जो मानवीय सहायता मुहैया करा सकते हैं.
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आर्किटेक्चर की पढ़ाई छोड़कर की कॉमेडी
ओलेना ज़ेलेंस्का क्रीविह रिह में पली बढ़ी हैं. यह मध्य यूक्रेन का एक शहर है जहां पर उनके पति की भी परवरिश हुई है.
दोनों कॉलेज के दिनों से एक-दूसरे को जानते हैं, जहां पर वो आर्किटेक्चर की पढ़ाई कर रही थीं वहीं उनके पति क़ानून की पढ़ाई कर रहे थे.
बाद में दोनों ने अपने कोर्स बदल लिए और कॉमेडी के अभिनय की पढ़ाई करने लगे.
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वो अपने पति की कंपनी स्टूडियो क्वर्तल 95 में स्क्रीनप्ले लिखा करती थीं. आठ साल तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद दोनों ने साल 2003 में शादी कर ली. एक साल बाद दोनों के यहां पहली बेटी का जन्म हुआ. वहीं साल 2013 में उनके बेटे का जन्म हुआ.
राजनीति ज़ेलेंस्का की योजना में शामिल नहीं था. लेकिन अप्रैल 2019 में उनके पति ने 73 फ़ीसदी वोट के साथ ऐतिहासिक जीत हासिल की और वो यूक्रेन के राष्ट्रपति भवन में पहुंच गए.
ज़ेलेंस्का कहती हैं कि यह सोशल नेटवर्क्स की वजह से ही हो पाया था जो उन्होंने चुनाव में अपने पति के लिए बनाया था.
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की कहते हैं कि इस दौरान उनकी पत्नी ने उनका बहुत समर्थन किया.
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वो अपने आपको लो प्रोफ़ाइल रखती हैं और संकट के बीच मदद के लिए और देश के नागरिकों को प्रोत्साहित करने के लिए वो सोशल नेटवर्क की ताक़त को मज़बूत कर रही हैं.
इन्हीं ख़ासियतों की वजह से साल 2019 में फ़ोकस पत्रिका ने उन्हें 100 सबसे प्रभावशाली यूक्रेनी लोगों में शामिल किया था. वहीं वोग पत्रिका के स्थानीय संस्करण के कवर पर वो आ चुकी हैं. इस दौरान 2019 में उन्होंने प्रथम महिला रहते हुए अपने उद्देश्यों के बारे में बताया था.
देश में राजनीतिक जीवन में दाख़िल होने के बाद उनकी ज़िंदगी में आए बदलावों के बारे में भी उन्होंने बताया था.
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उन्होंने बताया था, “मैं यह नहीं कह सकती कि प्रचार या प्रेस के साथ संचार बेहद तनावपूर्ण है. लेकिन मैं पर्दे के पीछे रहना पसंद करती हूं. मेरे पति हमेशा आगे रहते हैं और मैं उनकी परछाई के पीछे सुखद महसूस करती हूं.”
“मैं पार्टी की जान नहीं हूं, मुझे चुटकुले सुनाना पसंद नहीं है. ये मेरे चरित्र में नहीं है. लेकिन प्रचार के पक्ष में मैंने अपने लिए कारण ढूंढे. इनमें से एक मौक़ा ये था कि मैंने महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों की ओर लोगों का ध्यान दिलाया.”
इन सबके बीच उन्होंने बच्चों के पोषण और पैरालंपिक्स के समर्थन जैसे मुद्दों और घरेलू हिंसा के ख़िलाफ़ लड़ाई का फ़ैसला भी किया.