Indian News : दुल्लभछड़ा | शिक्षक हमारे बच्चों को इंसान बनाने के निर्माता, संरक्षक हैं, प्राचीन युग से लेकर वर्तमान युग तक गुरु ने ही शिष्य को ज्ञान की दिशा में मार्गदर्शन किया है, अत: गुरु ही इस अज्ञानी व्यक्ति को ज्ञान की प्राप्ति कराकर समाज को सही दिशा में ले जा सकता है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के अवसर पर अन्य जिलों के अनुरूप (मंगलवार) असम करीमगंज जिले के दुल्लभछड़ा सीभीपी हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल देबाशीष सिन्हा की उपस्थिति में आयोजित बैठक की शुरुआत में एसएमसी अध्यक्ष मृणाल कांति सिन्हा, और अन्य शिक्षकों ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्पमालाएं अर्पित कीं और दीप जलाकर नमन किया।
बैठक में शिक्षकों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी का देश के लिए उज्ज्वल भविष्य है, इसलिए वे पढ़ाई के साथ-साथ बड़ों का सम्मान करने का आह्वान करते हैं। साथ ही डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने जीवन के आदर्शों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके अलावा शिक्षक दिवस के अवसर पर सेवानिवृत्त शिक्षिका सुशीला सिन्हा एवं चतुर्थवर्गीय कर्मी प्रियतोष दत्ता को भी सम्मानित किया गया |
इसके अलावा अनुपस्थित सेवानिवृत्त शिक्षक असित चक्रवर्ती एवं अताउर रहमान को विद्यालय की ओर से विदाई उपहार भेजा गया | माणपत्र शिक्षक आर के नंदी राजकुमारी एवं जमुना रानी सिन्हा द्वारा पाठ किया गया एवं उपहार वितरित किये गये। पूरे कार्यक्रम का प्रबंधन निर्मल मुखर्जी, बी एस द्विवेदी और पी एस दास ने किया, जबकि निर्देशन पॉम्पी पुरकायस्थ ने किया। बैठक के अंत में सभापति ने उपस्थित सभी लोगों का अभिवादन किया और राष्ट्रगान गाकर बैठक की समाप्ति की घोषणा की।