Indian News : नई दिल्ली | आजकल बहुत से लोग नौकरी के बजाय बिजनेस को प्राथमिकता दे रहे हैं. उनका मानना है कि नौकरी बिजनेस से ज्यादा पैसा तो कमाया ही जा सकता है, साथ ही इसमें तरक्की की असीमित संभावनाएं होती है. यही नहीं इसमें व्यक्ति अपनी दिनचर्या को भी अपने हिसाब से सेट कर सकता है. यही कारण है कि बिजनेस की ओर लोगों का रुझान बढ़ रहा है.
अगर आप भी बिजनेस करने की सोच रहे हैं तो आप पेट्रोल-डीजल की ऑनलाइन डिलीवरी का काम शुरू कर सकते हैं. अभी यह एक नया बिजनेस है, इसलिए इसमें अभी कंपीटिशन नहीं है. वाहनों की बढ़ती संख्या के साथ ही पेट्रोल और डीजल की मांग भी अब बढ़ रही है. इसलिए इस बिजनेस में कमाई की संभावना बहुत ज्यादा है.
ऐसे शुरू करें यह बिजनेस
साल 2016 तक देश में पेट्रोल डिलीवरी की परमिशन नहीं थी. इसके बाद सरकार ने ईंधन की ऑनलाइन डिलीवरी की इजाजत दे दी है. अगर आप भी यह कारोबार करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. (BPCL), पेट्रोलियम प्रोसेस इंजीनियरिंग सर्विस को. (PESCO) जैसी तेल कंपनियों से संपर्क करना होगा. ऑयल कंपनियां आपसे आपके प्रोजेक्ट की डिटेल प्रोजेक्ट (DPR) रिपोर्ट मांगेगी. इस रिपोर्ट को बहुत सावधानी से तैयार कर तेल कंपनी के पास जमा करा दें. अगर तेल कंपनियों को आपकी डीपीआर पसंद आ गई तो वो आपको यह ऑनलाइन बिजनेस शुरू करने की इजाजत दे देगी.
बनाना होगा ऐप
ऑनलाइन डीजल-पेट्रोल बेचने के लिए आपको मोबाइल ऐप और वेबसाइट बनानी होगी, क्योंकि ऐप के माध्यम से ही आप ऑनलाइन ऑर्डर प्राप्त करेंगे. इसके अलावा आप जहां यह कारोबार शुरू करना चाहते हैं उस एरिया में सर्वे भी करना होगा ताकि आपको पता चल सके कि लोग कैसे और कितना तेल मंगाना चाहते हैं. इसके अलावा आपको अपने बिजनेस का सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर प्रचार भी करना होगा ताकि लोगों को इसके बारे में पता चले और वो आपके साथ जुड़ें.
इस बिजनेस में काफी पैसा लगाना पड़ता है. इसका कारण है कि कंपनी से एक बार में ही काफी ज्यादा मात्रा में तेल तो खरीदना पड़ता है. साथ ही पेट्रोल-डीजल की डिलीवरी के लिए भी व्हीकल लेने पड़ते हैं. इसके अलावा वेबसाइट और ऐप बनाने पर भी खर्च होता है.
नोएडा में चल रहा है यह बिजनेस
नोएडा में पेपफ्यूल डॉट कॉम (startup Pepfuel.com) नाम से ऑनलाइन पेट्रोल-डीजल डिलीवरी करने का बिजनेस चल रहा है. पेप फ्यूल का कारोबार 100 करोड़ रुपये के पार चला गया है. कंपनी के संस्थापक एक बार कार में पेट्रोल खत्म होने के बाद पेट्रोल पंप ढूंढ रहे थे. उन्हें 10 किलोमीटर तक पेट्रोल पंप नहीं मिला तो उन्हें अपनी कार को धक्के मार कर ले जाना पड़ा. उसी दिन उन्होंने ऑनलाइन डीजल-पेट्रोल डिलीवरी करने की सोची और पेप फ्यूल की नींव रखी. आज यह कारोबार सफलता के झंडे गाड़ रहा है.