Indian News : वाशिंगटन, रायटर्स। यूक्रेन में रूस के संभावित हमले को देखते हुए वर्ल्ड बैंक और अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक फंड (International Monetary Fund) ने सोमवार को अस्थायी तौर पर वहां रह रहे अपने स्टाफ को दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया है। हालांकि दोनों संस्थानों ने कहा है कि यूक्रेन के प्रति उनका समर्थन जारी रहेगा।दूसरी ओर यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, ’16 फरवरी रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले का दिन होगा।’ जेलेंस्की ने अपनी पोस्ट में यह भी कहा कि वह बातचीत के माध्यम से हर तरह के विवाद को सुलझाना चाहते हैं।
वर्ल्ड बैंक ने जारी किए गए अपने इंटरनल मेमो में बताया है कि इसने यूक्रेन में अपने स्टाफ मिशन को निरस्त कर दिया है और सीमा पर करीब से मानिटरिंग कर रहे हैं जहां रूस की ओर से भारी मात्र में सैन्य बल तैनात किए गए हैं। मेमो में यह भी कहा गया है, ‘वर्ल्ड बैंक ग्रुप के लिए अपने स्टाफ व उनके परिवार की सुरक्षा शीर्ष प्राथमिकता है।’ लेकिन इसमें यह नहीं बता गया है कि कहां और कितने स्टाफ को स्थानांतरित किया गया है। IMF ने भी यूक्रेन में अपने प्रतिनिधि वहराम स्टपनयन का भी अस्थायी तौर पर स्थानांतरण कर दिया है।

अमेरिका भी अपने यूक्रेन स्थित दूतावास को राजधानी कीव (Kyiv) से हटाकर पश्चिमी शहर लीव (Lviv) ले गया। IMF की ओर से यूक्रेन के लिए 5 बिलियन डालर का कर्ज दिया गया है वहीं वर्ल्ड बैंक ने भी 1.3 बिलियन डालर से आर्थिक मदद दी है।

रूस के विरोध में G7 देश, प्रतिबंध लगाने को तैयार

रूस और यूक्रेन में लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच G7 के वित्त मंत्रियों ने सोमवार को कहा कि वे यूक्रेन के क्षेत्र में रूसी सैनिकों द्वारा सैन्य आक्रमण की स्थिति में रूस पर सामूहिक रूप से गंभीर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं। कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) और अमेरिका ने एक बयान में कहा कि हम सामूहिक रूप से आर्थिक और वित्तीय प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं, जिसका रूसी अर्थव्यवस्था पर व्यापक और तत्काल परिणाम होगा।

रूस के निकट स्थित नाटो के सदस्य देश लिथुआनिया में सोमवार को 70 जर्मन सैनिक पहुंच गए। कुछ रोज में वहां पर जर्मनी के 290 और सैनिक व 100 तोपें पहुंच जाएंगी। अमेरिका ने पोलैंड में सोमवार को आठ नए एफ-15 लड़ाकू विमान भेजे हैं। इस दौरान यूक्रेन की सीमाओं के नजदीक रूसी सेनाएं भी लगातार युद्धाभ्यास कर रही हैं। ऐसे में अमेरिका ने यूक्रेन पर किसी भी समय रूसी हमला होने की आशंका जताई है।

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