Indian News : विधानसभा चुनाव प्रचार में जुटे कार्यकर्ताओं और सभाओं में आने वाली भीड़ से लेकर चुनावी मौसम में फूल बेचने वाले व्यापारियों की भी जमकर चांदी हो रही है, क्योंकि फूल माला ही है जो नेता जी की खूबसूरती में चार चांद लगा रही है और यहीं वजह है कि वोट के लिए मतदाताओं के घरों की परिक्रमा और जनसंपर्क को देखते हुए बाजार में प्रत्याशियों के लिए गेंदा,सेवंती और गुलाब की माला के साथ तरह- तरह के फूल उपलब्ध तो हैं ही साथ ही इनके दाम भी आसमान छू रहे हैं।

Loading poll ...

दरअसल फूल और माला नेताओं के सबसे करीब होते हैं ज़ाहिर है माला के साथ स्वागत न हो तो फिर नेता जी की खातिरदारी कैसी है। विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने वाले प्रत्याशियों के गले में तो माला हर वक्त नज़र आती है। कार्यकर्ताओं की भीड़ के साथ घिरे रहने के साथ ही वे जनता के बीच पहुंचने के दौरान प्रत्याशियों के गले में हमेशा माला टंगी रहती है। चुनावी मौसम में फूल माला की बढ़ती मांग को देखते हुए बाजार में इनकी कीमतें आसमान छू रहीं है।

<<<<>>>>>Indian News के WhatsApp Channel से जुड़े<<<<<<<

सेवंती, गेंदा, गुलाब और अन्य किस्म के फूल और उसकी मालाएं 10 रुपये से 3000 रुपये तक के बीच बिक रही है, उसके बावजूद इनकी डिमांड बाजारों में लगातार बनी हुई है। फूल मालाओं की कीमतें बेशक ज़्यादा हैं, लेकिन अपने नेताओं को खुश करने के लिए सियासी दलों के कार्यकर्ता इन दिनों जमकर अपनी जेबें ढीली कर रहे हैं। फूल कारोबारियों की माने तो बिना माला के नेताओं का स्वागत अधूरा माना जाता है, जिसे देखते हुए उन्होंने 2 फिट से लेकर 20 फिट तक की मालाएँ बना रखी है,जिनकी कीमत भी उनकी लम्बाई और वजह के हिसाब से तय की गई है।

You cannot copy content of this page