Indian News : पंजाब | पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की परेशानी कम होने की बजाय बढ़ती जा रही है. पार्टी में सीएम का चेहरा घोषित करने से पहले घमासान मचा था, अब सीएम का चेहरा घोषित करने के बाद पार्टी में गतिरोध और बढ़ता दिख रहा है. इसी कड़ी में पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर पार्टी की मुश्किलें और बढ़ा दी है।

गौरतलब है कि, पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ के नाम पर मुख्यमंत्री पद के लिए एक समय विचार चल रहा था. उन्होंने अचानक संन्यास की घोषणा कर सबको चौंका दिया. कुछ दिन पहले जाखड़ ने दावा किया था कि बीते साल अमरिंदर सिंह के अचानक हटने के बाद पार्टी के 42 विधायक उन्हें मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते थे. इस खुलासे के बाद भाजपा ने पार्टी के ‘धर्मनिरपेक्षता’ के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा था कि जाखड़ को उनके धर्म के कारण मुख्यमंत्री बनने से इनकार कर दिया गया।

पंजाब कांग्रेस के दिग्गज नेता और पार्टी के पूर्व पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. हालांकि उन्होंने कहा है कि वो इसके बाद भी पार्टी से जुड़े रहेंगे. उन्होंने कहा है कि वो सक्रिय राजनीति में हिस्सा नहीं लेंगे. जाखड़ ने संन्यास की घोषणा ऐसे समय में भी जब पार्टी आंतरिक कलह से जूझ रही है. और विपक्षी दल आप और बीजेपी कांग्रेस पर लगातार निशाना साध रहे हैं।




पार्टी को होगा नुकसान – बता दें, सुनील जाखड़ पंजाब की राजनीति में बड़ा चेहरा होने के साथ-साथ हिंदू चेहरा भी हैं. प्रदेश में करीब 38 फीसदी हिंदू मतदाता हैं. ऐसे में पार्टी ने उन्हें प्रचार समिति की अध्यक्ष बनाया था. सियासी गलियारों में चर्चा है कि, जाखड़ के इस कदम से प्रदेश में कांग्रेस के हिन्दू वोटर छिटक भी सकते हैं।

कैप्टन ने कसा तंज : सबसे इतर, कांग्रेस की तरफ से चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब लोक कांग्रेस (पीएससी) ने सत्ताधारी पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू पर तंज कसा है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर हैशटैग ‘कर्टन फॉर सिद्धू’ का इस्तेमाल करते हुए एक तस्वीर साझा की।

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