Indian News : नईदिल्ली । वैज्ञानिकों को ब्लैक होल से संबंधित बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। हमारी आकाश गंगा मिल्की वे के एक बड़े ब्लैक होल की तस्वीर लेने में वैज्ञानिक कामयाब हो गए हैं। गुरुवार को यह तस्वीर जारी की गई। वैज्ञानिकों का मानना है कि हर गैलेक्सी के केंद्र में एक बड़ा ब्लैक होल होता है जहां से बचकर प्रकाश भी वापस नहीं लौट सकता। ऐसे में उनकी तस्वीर लेना बहुत ही कठिन काम होता है।
बहुत ज्यादा गर्म गैस और धूल के कणों से बने ब्लैकहोल का गुरुत्वाकर्षण इतना ज्यादा होता है कि यहां पहुंचकर लाइट भी बिखर जाती है। गुरुवार को इंटरनेशनल कंसोर्टियम ने ब्लैक होल की रंगीन तस्वीर जारी की जो कि इवेंट हॉरिजन टेलिस्कोप से ली गई है।
दुनियाभर में आठ जगहों पर सिंक्रोनाइज्ड रोडियो टेलिस्कोप लगाए गए हैं। इससे पहले भी ब्लैकहोल की तस्वीर लेने की कोशिश की गई थी लेकिन इस काम में ठीक से कामयाबी नहीं मिली थी। तस्वीर इस बार भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। अरिजोना यूनिवर्सिटी के फेरियल ओजेल ब्लैक होल को जेंटल जायंट कहते हैं जो कि गैलेक्सी के केंद्र में होता है।
मिल्की वे के ब्लैक होल को सैजिटैरियस नाम दिया गया है। यह हमारे सूर्य से भी 40 लाख गुना बड़ा है। बताते चलें कि यह किसी ब्लैक होल की पहली तस्वीर नहीं है। इसी संगठन ने 2019 में भी एक ब्लैक होल की तस्वीर जारी की थी हालांकि यह एक ऐसी गैलेक्सी की थी जो कि पृथ्वी से 5.3 करोड़ प्रकाश वर्ष की दूरी पर है। इसकी तुलना में मिल्की वे का ब्लैक होल काफी करीब है। यह केवल 27 हजार प्रकाश वर्ष की दूरी पर है। एक प्रकश वर्ष में 5.9 ट्रिलियन मील होती है।