Indian News : वाशिंगटन |  अंटार्कटिका की बर्फीली सतह के नीचे वैज्ञानिकों ने एक छिपी हुई दुनिया का पता लगाया है। वैज्ञानिकों को यहां एक ऐसा इकोसिस्टम (पारिस्थितिकी तंत्र) मिला है जिसे आज तक कभी नहीं देखा गया। बर्फीली सतह के नीचे एक भूमिगत नदी में एक अंधेरी गुफा दिखी है जिसमें झींगे की तरह दिखने वाले छोटे-छोटे जानवर रहते हैं। इस नई खोज से वैज्ञानिक उत्साहित हैं।

अंटार्कटिक प्रायद्वीप के पूर्वी तट से जुड़े लार्सन आइस शेल्फ के नीचे वैज्ञानिकों को ये गुप्त स्थान मिला है। लार्सन आइस शेल्फ दुनिया का सबसे बड़ा हिमखंड है जो 2021 में टूट कर बना था। रिसर्च टीम ने 1640 फीट यानी लगभग 500 मीटर तक बर्फ की सतह पर गर्म पानी के जरिए ड्रिल किया। पाइप के साथ ही कैमरा लगा हुआ था। बर्फ को तोड़ कर जब कैमरा पानी तक पहुंचा तो यहां सैकड़ों की संख्या में जलीय जीव देखने को मिले।

कैमरा खराब होने का हुआ शक





शुरुआत में ये धुंधले दिखाई दे रहे थे, जिससे वैज्ञानिकों को लगा कि उनका कैमरा खराब हो गया है। लेकिन बाद में फोकस करने पर उन्हें अहसास हुआ कि उनके कैमरा लेंस के चारो ओर झींगे हैं। वैज्ञानिक इस खोज से पूरी तरह हैरान हैं। क्योंकि उन्हें बर्फ की सतह के इतने नीचे जीवन मिलने की उम्मीद नहीं थी। भौतिक समुद्र विज्ञानी क्रेग स्टीवंस ने बयान में कहा, कि उन जानवरों का हमारे कैमरे की ओर तैरने के मतलब है कि इतनी गहराई में भी एक महत्वपूर्ण इकोसिस्टम है।

बर्फीली सतह के नीचे है नदियां

विशेषज्ञों का लंबे समय से मानना है कि अंटार्कटिका के नीचे नदियों और झीलों का नेटवर्क है। लेकिन अभी तक इस पर कोई खास स्टडी नहीं हो सकी है। बर्फीली सतह के नीचे नदी में जीवन मिलना एक महत्वपूर्ण खोज है। ग्लेशियोलॉजिस्ट और इस शोध के लीड शोधकर्ता ह्यू होर्गन ने कहा कि इस नदी का निरीक्षण करना एक छिपी दुनिया को खोजने जैसा अहसास देता है। शुरुआत में उन्हें सतह के नीचे नदी के होने का पता सैटेलाइट इमेज से चला था।

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