Indian News : कोटा । trafficking of girls: बपावर कलां थाना पुलिस ने शुक्रवार को लड़कियों की खरीद फरोख्त में लिप्त अन्तर्राज्यीय तस्कर श्यामसुन्दर राणा उर्फ शंकर पात्रा को गिरफ्तार किया है। आरोपी बंगाल, छत्तीसगढ़ व उड़ीसा राज्य की गरीब लडकियों को नौकरी का झांसा देकर कोटा ओर बारां लेकर आता था जहां उनका सौदा कर देता।
पुलिस ने बताया कि 17 फरवरी, 2022 को एक नाबालिग लड़की ने थाना बपावर कलां में शिकायत की वह जिला मयूरभंज उडीसा की रहने वाली है। 11 फरवरी को शंकर पात्रा किसी कम्पनी में काम दिलाने के बहाने बारां लेकर आया ओर उसे भूलभूलैया चौराया बारां निवासी देवकरण सेन के पास ले गया। जहां सत्यनारायण धाकड़ नामक शख्स और देवकरण उसे बांरा से बपावर कलां लेकर गये। दोनों ने उसे कुन्जबिहारी मीणा निवासी नयापुरा, थाना बपावर को बेच दिया। कुन्जबिहारी ने शाम को मांग भर व मंगलसूत्र पहना कर जबरन शादी की और रात को दुष्कर्म किया। दिन में मौका पाकर कुंजबिहारी के घर से लड़की भाग निकली।
पुलिस ने नाबालिग से जबरन शादी व दुष्कर्म करने के आरोप में कुंजबिहारी मीणा(24) और सत्य नारायण धाकड निवासी नयापुरा थाना बपावर कलां को 21 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया। मामले में वांछित दलाल व लड़की की खरीद फरोख्त में शामिल अपराधी की तलाशी के लिए विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया।
टीम ने बारां जिले में भूलभूलैया चौराहे पर श्यामसुन्दर राणा उर्फ शंकर पात्रा को दबोच लिया। पूछताछ में सामने आया कि वह लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर बंगाल, ओड़िसा व छतीसगढ़ से बहला पुसलाकर कर लाता है तथा राजस्थान में कोटा व बारां में लडकियों की डिमांड ज्यादा होने से यहां पर लेने वाले ज्यादा मिलने व पैसे अच्छे मिलने से बेच देता है। देवकरण सेन से बात कर वह नाबालिग लड़की को लेकर बांरा आया। जहां पर 50 हजार रुपये में लड़की का सौदा हुआ था। जिसके बाद में आज देवकरण से लड़की के सौदे के पैसे लेने आया था।
अपराधी इतना शातिर था कि उसने लड़की व लड़की की खरीद फरोख्त करने वालों को भी अपना शंकर पात्रा बताया तथा उसने इस पहचान उजागर न हो इसलिए अपने फर्जी नाम पते के आधार कार्ड में फोटो एडिट कर के अपना फोटो लगाकर आधार कार्ड भी बना रखा था। तथा पीड़ित लडकी नाबालिग होने पर भी उसको बालिग दिखाने के लिऐ भी पीड़िता के आधार कार्ड में उसकी जन्म तिथि को एडिट कर दिया। ताकि उसको बेचने में कोई कठिनाई नहीं आये।
श्यामसुन्दर राणा उर्फ शंकर पात्रा से पूछताछ में पता चला है की वह 04 लडकियों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेचने के मामले मे जमशेदपुर झारखण्ड में जनवरी 2022 में गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद उस प्रकरण में जमानत पर आजाद चल रहा था।