Indian News : पाकिस्तान मुस्लिम लीग (N) के नेता शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रुप में शपथ लिया। शहबाज शरीफ को सीनेट के चेयरमैन ने शपथ दिलाई। इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद संयुक्त विपक्ष की ओर से शहबाज शरीफ पीएम पद के उम्मीदवार बनाए गए थे। सोमवार को पाकिस्तान की संसद ने शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री चुना।

फिर वोटिंग में उनके पक्ष में 174 वोट पड़े। इस दौरान इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई के सांसद मौजूद नहीं थे क्योंकि उन्होंने इसका बहिष्कार कर दिया था। इसके साथ ही शहबाज शरीफ देश के 23वें प्रधानमंत्री बन गये हैं। भारतीय प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने भी उन्हें बधाई दी और उम्मीद जताई कि दोनों देश शांति की दिशा में कदम बढाएंगे।




इमरान खान के बाद नए प्रधानमंत्री बने शहबाज शरीफ ने भी पद संभालते ही कश्मीर का राग अलापना शुरू कर दिया है। शहबाज शरीफ ने कहा कि हम भारत के साथ बेहतर संबंध बनाना चाहते हैं, लेकिन कश्मीर मुद्दे से शांतिपूर्ण समाधान के बिना ये संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि हम कश्मीर का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय मंचों से उठाते रहेंगे। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री को भी सलाह दी कि दोनों देशों में गरीबी है। लेकिन पहले कश्मीर मुद्दे को सुलझा लें फिर एक साथ गरीबी से लडे़ंगे।

शहबाज शरीफ भी पाकिस्तान के बाकी नेताओं की तरह ही चीन के कदमों में बिछे नजर आए। शरीफ ने कहा कि चीन पाकिस्तान का सुख-दुख का साथी है और उसने हर बार पाकिस्तान का साथ दिया है। शहबाज शरीफ ने कहा कि कोई कुछ भी कर ले लेकिन चीन से हमारी दोस्ती नहीं छीन सकता और ये दोस्ती कयामत तक रहेगी। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का जिक्र करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि हम शी जिनपिंग के शुक्रगुजार हैं और हम CPEC पर और तेजी के साथ काम करेंगे।

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