Indian News : नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस की लड़ाई को शुरू हुए आज 250 दिन हो गए हैं जिसमें करोड़ों अरबों रुपए की दोनों तरफ से हथियारों का प्रयोग किया गया है और कितनी ही दोनों तरफ से लोगों की जान चली गई है यूरोप और अमेरिका की डिफेंस कंपनियों के शेयर में वृद्धि 52% से लेकर 16% तक हुई यूक्रेन और रूस के युद्ध में डिफेंस बिजनेस कंपनियों के शेयर की वृद्धि हुई है जिनमें प्रमुख अमेरिकी कंपनी और यूरोप की डिफेंस कंपनी है जो आधुनिक हथियार बनाती है टैंक लेजर सिस्टम मिसाइल और अन्य उपकरण और ड्रोन।

पिछले 5 दिन में रूस और यूक्रेन की लड़ाई में अमेरिका और यूरोप की डिफेंस बिजनेस और उपकरण बनाने वाली कंपनियों का 16% से लेकर 52% तक शेयर की कीमत बढ़ाने लगी है अमेरिका की डिफेंस कंपनी Northrop Grumman शेयर की कीमत में 16% वृद्धि हुई है। ब्रिटेन की कंपनी Bae Systems 23% बढ़े हैं डिफेंस कम्पनी हथियार बनाते हैं। जर्मनी की कंपनी Rheinmetall डिफेंस की कम्पनी इसके 52% तक शेयर कीमत बढ़ा गया है। इटली कीडिफेंस कंपनी Leonardo SPA 35% शेयर की कीमतों में वृद्धि हुई है।

स्वीडन Saab AB कंपनी जो हथियार बनाते हैं। इन के शेयर भी 45% बढ़े हैं और रूस के युद्ध के बारे में सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा इस युद्ध से कई लोगों का घर बर्बाद हुए हैं। साथ ही लोगों की मृत्यु हुई है और कितना ही कारोबार यूक्रेन में खत्म हुआ है और बच्चों की शिक्षा भी बंद हो गई है।




यूक्रेन में जो विदेशी छात्र पढ़ते थे उसकी भी एजुकेशन इंडस्ट्री भी लगभग बंद हो गई यूक्रेन और रूस के युद्ध में अगर किसी की चांदी हुई है वह arms युद्ध का समान युद्ध में टैंक लड़ाकू विमान, लेज़र हथियार, रेडार, अन्य युद्ध में लड़ाने वाले समान बनाने वाली कंपनियों की इस में सबसे ऊपर अमेरिका USA और European country यूरोपीय देश है।

ग्लोबल डिफेंस बिजनेस चलाना यूएसए का 531 बिलियन डॉलर है। लगभग 40 लाख करोड़ के हथियार बिकते हैं विश्व में टॉप 25 में सबसे ज्यादा जो हथियार बनाने वाले हैं। 61% अमेरिका के 16% china के 18% यूरोप के और 4% रूस के अनुसार पूरे विश्व में बेचे जाते हैं। डिफेंस कंपनियां इस युद्ध के कारण मालामाल हो गई है। साथ ही इन सभी कंपनियों के जो शेयर की कीमतों है वह 16% से लेकर 52% तक बढ़ा है।

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