Indian News : वाराणसी पुलिस ने सौतेली बेटी को नशीला पदार्थ खिलाकर 9 वर्षों तक रेप करने के आरोपी सौतेले पिता को प्रयागराज से गिरफ्तार किया है। सौतेला पिता प्रयागराज जिले के शिवकुटी थाना के सलोरी चांदपुर का रहने वाला सुभाष चंद्र पुष्पाकर है। उसके खिलाफ 28 अगस्त को वाराणसी के चौबेपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।

पीड़िता ने दैनिक भास्कर को फोन पर आपबीती सुनाई, पढ़िए उसी की जुबानी…


मैं प्रयारागज जिले से हूं। मुझे यह तो नहीं पता है कि मेरी मां की दूसरी शादी कब हुई। मगर, बड़ी हुई तो इस बात की जानकारी हो गई कि मेरा पिता सौतेला है। वह फूल-माला का व्यापार करने के साथ ही वाहन चलवाने का काम भी करता था। साल 2013 के दिसंबर की बात है, उस समय मैं 17 साल की रही होऊंगी।




उसी दौरान एक दिन घर में अकेले पाकर मेरे सौतेले पिता ने मेरे साथ रेप किया। रेप करने के साथ ही उसने मेरा वीडियो भी बना लिया। फिर मेरे साथ रेप करना उसने अपनी आदत में शुमार कर लिया। कभी वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल करके वह मेरे साथ रेप करता था तो कभी नशीली दवा खिलाकर रेप करता था। कभी धमका कर भी रेप करता था। अक्सर नशीली दवा खिलाकर ही वह मेरे साथ रेप करता था।

मेरी मां भी मेरा साथ नहीं देती थी। सौतेले भाई-बहन तो सौतेला समझ कर हमें ही गलत समझते थे। घर के बाहर की दुनिया हमने देखी ही नहीं और रेप को ही नियति मान कर घुटते हुए जीती रही।

बीते साल कोरोना काल में मेरे एक सौतेले भाई की मौत हो गई तब भी मेरा सौतेला पिता नहीं टूटा और मेरे साथ रेप करता रहा। इस साल अप्रैल में उसे न जाने क्या सूझा कि वह मुझे चौबेपुर स्थित एक संस्था में लाकर काम करने के लिए छोड़ गया।

मैं जब चौबेपुर आई तो मैने पहली बार बाहर की दुनिया देखी और मुझे लगा कि मेरे साथ हुए गलत का मुझे बदला लेना चाहिए। एक दिन हिम्मत जुटा कर मैं पुलिस अफसरों के पास पहुंच गई और अपने साथ हुए गलत की पूरी कहानी सुनाकर कार्रवाई की मांग की। पुलिस अफसरों के निर्देश पर चौबेपुर थाने में मेरे सौतेले पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।

अपहरण का प्रयास किया, आपत्तिजनक पोस्ट किया


मेरे द्वारा मुकदमा दर्ज कराने की जानकारी पाकर मेरा सौतेला पिता बौखला गया। उसने चौबेपुर स्थित संस्था से मेरे अपहरण का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाया। इसके बाद वह मेरे बारे में सोशल मीडिया में आपत्तिजनक मैसेज पोस्ट करने लगा। इसके साथ ही वह मुझे धमकाता भी था कि तुम्हें अब जीने नहीं दूंगा। इधर, पुलिस कार्रवाई का आश्वासन भी दे रही थी, लेकिन कुछ हो नहीं रहा था। आज पता लगा है कि कल रात पुलिस उसे प्रयागराज से पकड़ लाई है।

उम्मीद है कि अब न्याय होगा


मेरा बेटा चौबेपुर स्थित संस्था में ही है, लेकिन वहां के नियमों के कारण हमारी जॉब छूट गई है। जीवन है तो संघर्ष भी करना है, देखते हैं कि आगे क्या होता है। फिलहाल, सौतेले पिता की गिरफ्तारी से मेरे अंदर एक उम्मीद जगी है कि उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी और मेरे साथ न्याय होगा। मैं अब उस दिन का इंतजार कर रही हूं जब मेरे सौतेले पिता को अदालत कड़ी से कड़ी सजा सुनाएगी।

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