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समापन दिवस पर आयोजित विशाल भंडारा में करीब 20 हजार श्रद्धालुओं ने किया प्रसाद ग्रहण 

बेरला,  श्री रूद्र महायज्ञ एवं श्री शिव महापुराण का शुक्रवार को समापन हुआ । इस अवसर पर विशाल भंडारा रखा गया था । जहां करीब 20 हजार श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया । वृंदावन धाम से हरि लीलामृत सेवा संस्थान की संरक्षक एवं संस्थापक मानस पुत्री पुष्पांजलि देवी अपनी संकल्प यात्रा लेकर बेरला में प्रवास कर रूद्र महायज्ञ व शिव महापुराण कथा का वाचन किया । समापन दिवस में पाटेशवर धाम के संत बालक दास विराजमान हुुुए और व्यास गद्दी को प्रणाम कर सफल आयोजन के लिये आयोजक योगेश तिवारी व कल्पना तिवारी को बधाई और आशीर्वाद दिया । समापन पर तिवारी परिवार और गबेल परिवार नेे रूद्र महायज्ञ की पूर्णाहुति दी । विश्व कल्याण के लिए वासुदेव कुटुंबकम सर्वे भवंतु सुखिनः की सुंदर भावना से यज्ञ का महा अनुष्ठान शिव कृपा से निर्विघ्नं संपन्न हुआ । 




अंतिम दिवस शिव तत्व का महत्व एवं महिमा का वर्णन 

अंतिम दिवस पुष्पांजलि दीदी कथा व्यास ने शिव तत्व का महत्व एवं महिमा वर्णन किया । उन्होंने कहा कि भगवान शिव के चिंतन से सभी सिद्धियां प्रत्यक्ष सिद्ध हो जाती अन्य मूर्तियों का ध्यान करने पर भी शिव रूप का अवश्य चिंतन करना चाहिए । क्योकि ध्यान के समान कोई तप नहीं । भगवान शंकर को अंतः करण में ध्यान लगाने वाले भक्त ही अधिक प्रिय है ।  एक बेेल पत्र शिव पर चढ़ाने से यज्ञ एवं कोटि कन्यादान के बराबर पुण्य फल प्राप्त होता है । शिव का एक नाम भोलेनाथ है । थोड़ी सी पूजा बेल पत्र, मंदार, अकरूसा, फल आदि चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं । जिनके अभी तक कोई गुरु ना मिला वह शिव जी को गुरु मानकर सुबह शाम ओम नमः शिवाय मंत्र का कम से कम 108 बार शिव मंत्र बोलकर सुबह शाम नाम लेता तो उसके अमंगल नष्ट हो जाता है । शिव कृपा से कोई भी कार्य असंभव नहीं सब संभव है संसार में शिव आराधना से लौकिक पारलौकिक मनोकामनाएं अवश्य पूरी होगी । 

श्रद्धालुओं ने कथावाचक व आयोजक को लड्डुओं से तौला

बेरला के पावन धरा पर लगभग बीस सालों के बाद सफल धार्मिक शिवपुराण और रुद्र महायज्ञ के आयोजन के लिये कथा वाचक दीदी पुष्पांजलि देवी और किसान नेता को लड्डू से तौल कर अभिनंदन किया गया । इस अवसर पर डॉ मेघेश तिवारी, राज बिहारी, राजकुमार तिवारी, शैलेंद्र भट्टर, सचिदानंद मिश्रा, विजय सिन्हा, हर्षवर्धन तिवारी, राकेश मोहन शर्मा, हिरेन्द मिश्रा,  दिलीप पान्डे, होरीलाल तिवारी समेत हजारों श्रद्धालु उपस्थित थे ।

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