Indian News : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सोमवार को तीसरे दिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे-वीडियोग्राफी का काम पूरा कर लिया गया। इस बीच, हिंदू पक्ष के एक वकील ने दावा किया कि सर्वे दल को परिसर में नंदी की एक प्रतिमा और एक शिवलिंग मिला है। तीन दिन चले ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वे में टीम को बेहद अहम साक्ष्य हाथ लगे हैं। परिसर में आखिरी दिन का काम पूरा करके सर्वे टीम कल कोर्ट में रिपोर्ट पेश करेगी।

ज्ञानवापी में तालाब के अंदर शिवलिंग

मस्जिद में वजूखाने के पास 25×25 का तालाब है। इसके बीच मे लगभग 5 फीट व्यास का एक गोल बना हुआ है। सर्वे के दौरान कल जब इसको देखा गया था तब ऐसा लगा था कि वहां एक फब्बारा है। लेकिन सर्वे के तीसरे दिन तालाब का पानी निकालने के बाद वही पर शिवलिंग होने का दावा किया जा रहा है।




कल जब सर्वे की टीम ज्ञानवापी में गयी थी, तो इस तालाब की गहराई का अंदाजा लिया था। एक अलमुनियम की सीढ़ी मंगाई गयी थी। फिर तालाब के किनारे फब्बारे नुमा चीज तक सीढी लगाई गई थी। एक कर्मचारी को हाथ लगाकर देखने को कहा गया था तो पता चला कि वहां एक गोल पत्थर है। जिस जगह शिवलिंग मिलने की बात की जा रही है वहां पर अंदाज लगाया था कि कुछ हो सकता है। इसलिए सर्वे के आखिरी दिन आज तालाब का पानी खाली कराया गया जिसके बाद शिवलिंग होने का दावा किया गया।

दीवारों पर हिंदू आकृतियां

हिंदू पक्ष के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जब गुंबद की तरफ सर्वे किया गया तो एक दीवार पर हिन्दू परंपरा के आकार दिखे, जिसे सफेद चूने से रंग गया है। सर्वे की टीम ने इसकी वीडियोग्राफी की और प्रतीक चिन्ह का भी जिक्र किया जिनसे उनकी बात को बल मिल रहा है। सर्वे के दौरान पता चला कि मस्जिद के पश्चिमी हिस्से की एक दीवार है, जिसके पीछे एक खंडहरनुमा अवशेष है। हिंदू पक्ष की मांग है कि मलबा हटाकर वहां का सर्वे किया जाए। हिंदू पक्ष ने मस्जिद में कुछ जगहों पर पुताई पर भी सवाल उठाए हैं।

हिंदू पक्ष का दावा है कि ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में शनिवार को सर्वे के दौरान दीवारों पर त्रिशूल और स्वास्तिक के निशान दिखे। इनकी बनावट का कोर्ट कमिश्नर व अधिवक्ताओं ने आकलन किया। सूत्रों ने ये भी दावा किया कि एक तहखाने में मगरमच्छ का शिल्प भी देखा गया है।

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