Indian News : बिहार के समस्तीपुर में पुलिस थाने में एक युवक द्वारा आत्महत्या की घटना घटी है। जिले के दलसिंहसराय थाना में बीती रात एक युवक ने फांसी लगा ली। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गयी। शुक्रवार सुबह एसपी हृदयकांत थाना पहुंचे और घटना की जानकारी ली। इसके साथ ही बवाल की आशंका को देखते हुए विभिन्न थानों की पुलिस को भी दलसिंहसराय बुला लिया गया है।

दवा कारोबारी था युवक

थाना में आत्महत्या करने वाले युवक की मुफस्सिल थाना के हकीमाबाद निवासी मो. अशफाक के 30 वर्षीय पुत्र मो. गुलाब के रूप में पहचान की गयी है। वह दवा का कारोबार करता था। दलसिंहसराय के घाट नवादा में सुलेमान की पुत्री गुलसफा से चार साल पहले उसकी शादी हुई थी। उसका पत्नी से विवाद चल रहा था। पत्नी ने कोर्ट में प्रताड़ना का मामला भी दायर कर रखा था। 




ससुराल में हुई थी पिटाई

मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को दिन में करीब 10 बजे घाट नवादा से गुजरने के दौरान ससुराल वालों ने उसे पकड़ लिया था। बताया जाता है कि युवक को पकड़ने के बाद ससुराल में ले जाकर पिटाई की गयी, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। इसकी जानकारी मिलने पर घाट नवादा में ही रहने वाली युवक की दूर की रिश्तेदार महिला नूरजहां पहुंची और बीच बचाव कर युवक को इलाज के लिए दलसिंहसराय अस्पताल में भर्ती कराया। उसके बाद पुलिस को सूचना देने थाना गयी। 

थाना पहुंचने पर पुलिस ने किया कमरे में बंद

नूरजहां का कहना है कि पुलिस ने उस पर युवक को थाना बुलाने का दवाब बनाया, जिसके बाद उसने दोपहर करीब दो बजे उसे थाना बुलाया। थाना आने पर पुलिस ने उसे वितन्तु कार्यालय में बंद कर दिया। जहां रात करीब 12 बजे उसने फांसी लगा आत्महत्या की। 
 
डीएसपी को चौकीदार ने बताया

जिस समय उसने आत्महत्या की उस समय डीएसपी एक मामले की छानबीन के लिए थाना पहुंचे थे। एक चौकीदार ने युवक के आत्महत्या करने की उन्हें सूचना दी। उसके बाद थाना में अफरातफरी मच गयी। आननफानन में युवक को अस्पताल ले जाया गया जहां देखने के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर एसडीओ प्रियंका कुमारी शुक्रवार सुबह थाना पहुंची और मामले की जानकारी ली। बाद में एसपी भी पुलिस बल के साथ पहुंचे और पुलिस कर्मियों से जानकारी हासिल की।

इस संबंध में थाना अध्यक्ष कुमार ब्रजेश का कहना है कि युवक को हिरासत में नहीं लेने के कारण हाजत में नहीं रखा गया था। उसके परिजन के आने का इंतजार किया जा रहा था।

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