Indian News : उत्तरप्रदेश। देश में महंगाई बढ़ती जा रही है। देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार हो रही बारिश से लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कहीं आंधी-तूफान ने भीषण तबाही मचाई है तो कहीं फसलें प्रभावित हो रही है। बीते दो दिनों से उत्तरप्रदेश में लगातार बारिश होने के कारण सब्जियों की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। उत्तरप्रदेश में टमाटर की कीमतें आसमान छू रहीं हैं

दरसल, यूपी में टमाटर के दाम 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गए है। इसके साथ ही फूल गोभी भी 100 रुपये प्रति किलो बिक रही है। इतना ही नहीं यहां लौकी, तोरई से लेकर खीरे तक की कीमतों में भी उछाल हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि थोक में सब्जी के दामों में उतनी तेजी नहीं आई है, जितनी फुटकर बाजार (Retail Market) में हो गई है। इसके अलावा नींबू की कीमत गिरकर 35 रुपये प्रति किलो तक आ गई है, लेकिन आम लोगों को अब भी नींबू खुदरा 125 से 150 रुपये प्रति किलो खरीदना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि बारिश के कारण मंडी में कुछ सब्जियों की आवक कम हुई है। टमाटर की आवक भी घटी है, जिससे कीमत में थोड़ा इजाफा हुआ है।

बारिश के कारण बढ़ी कीमतें




बता दें दो दिन पहले टमाटर का थोक मूल्य 40 रुपये प्रति किलो के आसपास था, जो आज बढ़कर 45 से 50 रुपये तक पहुंच गया है। इसके साथ बारिश के कारण लौकी, तोरई, भिंडी, करेला और खीरे की कीमतों में भी तेजी आई है। दो दिन पहले तक मंडी में खीरा सात से आठ रुपये किलो था जो गुरुवार को 10 रुपये प्रति किलो हो गया, जबकि देसी खीरे की कीमत 15 से 20 रुपये प्रति किलो थी।

इलाके के हिसाब से सब्जियों की कीमत

देश के अलग-अलग हिस्सों में सब्जी की कीमतों में भी परिवर्तन देखा जा सकता है। दिल्ली में गुरुवार को जहां सदर, सरोजिनी नगर, करोलबाग, रोहणी और कुछ इलाकों में अच्छी क्वालिटी का टमाटर 90 से 110 रुपये प्रति किलो बेचें गए, वहीं साप्ताहिक बाजार में टमाटर की कीमतें 80 से 90 रुपये प्रति किलो के बीच रहीं। इस तरह से इलाके के हिसाब से सब्जी की कीमतों में अंतर देखा जा सकता है।

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