Indian News
us court abortion decision : अमेरिका में सुप्रीम कोर्ट की ओर से गर्भपात कानून को पलटने के फैसले के बाद से इसका असर देखने को मिल रहा है। यहां पर नसबंदी कराने के लिए पुरुषों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। पुरुषों की संख्या हर दिन तेजी से बढ़ रही जा रही है। इसके लिए क्लीनिक और अन्य जरूरी जगहों से जानकारी भी जुटाई जा रही है। नसबंदी के लिए उनके पास आने वाली रिक्वेस्ट में तेज इजाफा हुआ है।
क्लीवलैंड क्लीनिक के प्रवक्ता ने बताया कि आमतौर पर नसबंदी के लिए उनके पास एक दिन में चार रिक्वेस्ट आती थीं लेकिन पिछले शुक्रवार से लेकर बुधवार तक उनके पास ऐसी 90 रिक्वेस्ट आ चुकी हैं। ओहायो के ही यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स ऑफ क्लीवलैंड का कहना है कि गर्भपात पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से नसबंदी को लेकर पुरुष अधिक जानकारी जुटाने में लगे हैं। फ्लोरिडा के नॉर्थ मियामी के एक यूरोलॉजिस्ट डॉ। डेविड रॉबिन्स का कहना है कि उनके पास नसबंदी के बेतहाशा फोन कॉल्स आ रहे हैं।
नसबंदी कराने का फैसला कर चुके 46 साल के जेराल्ड स्टीडमैन का कहना है कि नसबंदी के उनके फैसले में ‘जो बनाम वेड मामले’ ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। उन्होंने कहा, मैं शादीशुदा हूं। हमारे बच्चे भी हैं। मैं और बच्चों की योजना नहीं बना रहा हूं। मैं नहीं चाहता कि भविष्य में मेरी पत्नी कभी गर्भवती हो। गर्भावस्था में पुरुषों की भी उतनी ही भागीदारी होती है, जितनी महिलाओं की होती है। उन्होंने कहा, मैं कुछ समय से इसके बारे में सोच रहा था और सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने उस पर मुहर लगा दी। यह मेरे पत्नी और मेरी बेटी के लिए है। वहीं, कंसास सिटी के एक यूरोलॉजिस्ट डॉ। क्रिश्चियन हेटिंगर बताते हैं कि उनके ऑफिस में भी नसबंदी को लेकर लगातार फोन पर फोन आ रहे हैं। लोग नसबंदी की प्रक्रिया के बारे में जानना चाहते हैं। नसबंदी कराने के इच्छुक लोगों की संख्या 900 फीसदी बढ़ी है। उनका कहना है कि अदालत के फैसले के बाद मैंने फैसला किया कि मुझे नसबंदी करा लेनी चाहिए और मैने यूरोलॉजिस्ट से बात करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुझे लगा कि मेरी पत्नी की सुरक्षा को खतरा है।