Indian News : हरियाणा के पानीपत जिले के मतलौडा कस्बे की एक लोन देने वाली कंपनी के 3 कर्मचारियों ने कंपनी से ही धोखाधड़ी कर ली। उपभोक्ताओं को दिए हुए लोन के 30 लाख 35 हजार 149 रुपए लेकर कर्मचारियों ने शाखा में जमा नहीं करवाए।

इतना ही नहीं, आरोपियों ने बिना बताए कंपनी में भी आना छोड़ दिया। जिसकी शिकायत शाखा मैनेजर ने पुलिस को दी। SP से भी गुहार लगाई। मगर 4 महीनों तक कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद करनाल IG को इसकी शिकायत दी गई। IG के आदेशों पर पानीपत पुलिस ने तीनों कर्मचारियों के खिलाफ IPC की धारा 408, 409 व 420 के तहत केस दर्ज कर लिया है।


मतलौडा थाना पुलिस को दी शिकायत में मोहित ने बताया कि वह मूल रूप से राजस्थान के जिला अलवर का रहने वाला है। वह भारत फाइनेंशियल इंक्लुजन लिमिटेड की मतलौडा शाखा में ब्रांच मैनेजर के पद पर कार्यरत है। यह कंपनी एक निजी बैंक की सहायक कंपनी है। कंपनी गांव और शहर में गरीब महिलाओं को स्वरोजगार करने के लिये ऋण उपलब्ध करवाती है। मोहित ने बताया कि करीब 2 माह से वह इस ब्रांच को देख रहा है।





उसकी शाखा में मनीष कुमार निवासी जिला गाजियाबाद UP भी काम करता था। जिसने 25 लाख 72 हजार 693 रुपए की राशि का गबन किया है। इसके अलावा कंपनी में काम करने वाले शशि निवासी नीलोखेड़ी, जिला करनाल, हरियाणा ने 2 लाख 50 हजार 518 रुपए हड़पे हैं। वहीं, तीसरे कर्मचारी प्रदीप कुमार निवासी जिला सिरसा, हरियाणा ने 2 लाख 11 हजार 938 रुपए की धोखाधड़ी की है।


मोहित ने बताया कि तीनों कर्मचारी उसकी शाखा सफीदों में रुपए बांटने और रिकवर करने का काम करते थे। तीनों कर्मचारियों ने कुछ गांवों के सेंटरों से कंपनी के नाम पर उपभोक्ताओं से लगभग 30 लाख 35 हजार149 रुपए की राशि इकट्‌ठा कर ली।

इसके बाद यह राशि शाखा में जमा नहीं करवाई। तीनों ने रुपए अपने पास ही रख लिए। इतना ही नहीं, रुपए हड़पने के बाद से तीनों कर्मचारियों ने बिना बताए शाखा में भी आना बंद कर दिया। मोहित का कहना है कि उन्होंने इसकी एक शिकायत 8 अगस्त को मतलौडा थाना में भी दी थी। SP से मिलकर उन्हें भी शिकायत दी थी। मगर, पुलिस ने कोई सुनवाई एवं कार्रवाई नहीं की।

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