Indian News : मोतिहारी | स्वस्थ्य कर्मी घर-घर दस्तक देकर टीबी मरीजों का आंकड़ा खंगालने में जुटी है | ताकि इसे जड़मूल से समाप्त किया जा सके | इसके लिए आशा एवं फेसिलेटर तथा एएनएम को विशेष निर्देश जारी कर घर-घर जाकर इस बीमारी से पीड़ितों की जानकारी लेने में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतने का निर्देश दिया गया है |
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टीबी एक संक्रमण युक्त बीमारी है | इसके संपर्क में रहने वालों में यह होने की संभावनाएं अधिक रहती है | स्वास्थ्य विभाग ने पूर्व से चिन्हित मरीजों के घर में रहे सदस्यों खासकर पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की जांच को अनिवार्य बताया है | सर्वे कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है |
बेनीपट्टी में फिलहाल डीएस टाईप टीबी के 65 मरीज हैं | जिन्हें छह माह तक दवा खाने की जरूरत रहती है | वहीं 17 एमडीआर टाइप के टीबी मरीज हैं | जिन्हें निर्वाध रूप से दवा खाना होता है |
अनुमंडल अस्पताल में पदस्थापित सिनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर (एसटीएस) स्मिता कुमारी ने बताया कि जिस इलाके में टीबी के मरीज चिन्हित हैं वहां आशा और फेसिलेटर घर-घर सर्वे कर रिपोर्ट जमा कर रही है | उन्होने बताया कि दवा की अभाव रहने से वितरण में परेशानी आती है |
जितनी दवा चाहिए वह नहीं मिल रही है | किसी तरह मैनेज करके मरीजों को दवा दी जा रही है | उन्होने बताया कि दवा आपूर्ति के लिए जिला को अवगत लगातार कराई जा रही है |
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