Indian News : क्या बच्चे क्या बूढ़े अब तक क्लासिक कॉर्टून टॉम एंड जेरी लोगों को हंसाते आए हैं। लेकिन इन हंसते-खिलखिलाते, एक-दूसरे को तंग करते चूहे-बिल्ली से आप इंडियन पीनल कोड (IPC) की धाराएं समझ सकते हैं। एक ट्विटर यूजर अपूर्व सूर्या ने इसे संभव कर दिखाया है। अपूर्व ने टॉम एंड जेरी के जरिए आईपीसी के बारे में बताने की कोशिश की है। अपूर्व की ये कोशिश वायरल हो रही है। ट्विटर पर कई यूजर्स का ये मानना है हैं कि ये बच्चों के लिए काफी असरदार रहेगा। इसे स्कूल में पढ़ाया जाना चाहिए।
IPC सेक्शन- 319 : क्षति पहुंचाना
सीरीज में दोनों एक-दूसरे से जिस तरह से लड़ते और तकलीफ पहुंचाते हैं, उससे अगर आईपीसी के तहत देखा जाए तो सेक्शन-319 अप्लाई होता है। इस धारा के तहत दोनों पर एक-दूसरे को चोट पहुंचाने का आरोप लग सकता है।
IPC सेक्शन- 499 : मानहानि
अपूर्व ने मानहानि को समझाने के लिए कॉटूर्न का वो पार्ट चुना है, जिसमें टॉम अपने दोस्तों के साथ मिलकर जेरी का मजाक बना रहा है। आईपीसी के सेक्शन-499 के तहत कोई भी दूसरे को बदनाम करेगा तो उसे दो साल तक की जेल हो सकती है या जुर्माना। या फिर दोनों ही सजा लागू होगी।
IPC सेक्शन- 268 : सार्वजनिक उपद्रव
किसी एक इंसान का पब्लिक प्लेस पर उपद्रव करना जिससे दूसरों को परेशानी हो। यह हरकत सेक्शन 268 के तहत पब्लिक न्यूसेंस में आता है। ऐसे में आरोप तय होने पर आरोपी को पहली दफा में जुर्माना और दोबारा गलती करने पर जेल तक हो सकती है।
IPC सेक्शन-364 : हत्या के इरादे से किडनैपिंग
कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे इंसान को मर्डर की नीयत से किडनैप करता है। बदले में फिरौती मांगता है तो उस पर आईपीसी की धारा-364 के तहत केस बनेगा। इसमें दोषी साबित होने पर 10 साल की जेल और जुर्माना भी लगता है। उम्रकैद का भी प्रावधान है।
चूहे-बिल्ली की कहानी जिससे गुलजार हुआ बचपन
अपनी नोंकझोक से लोगों को हंसाने वाले टॉम एंड जेरी काटूर्न विलियम हना और जोसेफ बारबरा की देन हैं। इन दोनों ने मिलकर एमजीएम स्टूडियों के लिए 114 एपिसोड बनाए। उसके बाद अलग-अलग लोगों ने अपने हिसाब से टॉम एंड जेरी का रिक्रएशन करते गए। फिल्में भी बनीं। बिल्ली टॉम और चूहा जेरी की हर एपिसोड में अलग कहानी होती। बस अंदाज नहीं बदलता।