Indian News : रायपुरः छत्तीसगढ़ में बघेल सरकार के मंत्री टीएस सिंहदेव के एंटी इनकंबेंसी पर दिए गए बयान से प्रदेश का सियासी पारा बढ़ गया है. उनका यह बयान सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है. क्योंकि भले ही टीएस सिंहदेव ने यह बयान अपने खुद के विधानसभा क्षेत्र को लेकर दिया हो लेकिन उनके बयान पर विरोधियों ने निशाना साधना शुरू कर दिया है.
बीजेपी ने साधा निशाना
टीएस सिंहदेव के बयान को लेकर बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि ”उनका यह बयान यह कांग्रेस सरकार की मौजूदा स्थिति की स्वीकारोक्ति है, प्रदेश भर में सरकार के खिलाफ नाराजगी है और उसे ही टीएस सिंहदेव का यह बयान सिद्ध कर रहा है. बघेल सरकार के खिलाफ छत्तीसगढ़ में नाराजगी है.” टीएस सिंहदेव के इस बयान पर बीजेपी बघेल सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है.
कांग्रेस ने किया बचाव
वहीं टीएस सिंहदेव के बयान पर कांग्रेस बचाव करती नजर आ रही है. बीजेपी के आरोपों को लेकर कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ”टीएस सिंहदेव के इस बयान से ये न समझा जाना चाहिए कि सरकार के खिलाफ कोई नाराजगी है. क्षेत्र विशेष में किसी के खिलाफ कोई नाराजगी हो सकती है, सरकार के लिए प्रदेश में कहीं कोई नाराजगी नहीं है क्योंकि सरकार ने सबके लिए बेहतर काम किया है.”
टीएस सिंहदेव ने कल दिया था बयान
दरअसल, कल बिलासपुर पहुंचे टीएस सिंहदेव प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के बयान पर कहा कि ”मेरा स्वयं का अनुभव है कि मुझे ज्यादा अपने विधानसभा क्षेत्र में जाने की आवश्यकता मैं महसूस कर रहा हूं. पिछले 3 सालों में शासन में मंत्री के रूप में काम करते हुए एंटी इनकंबेंसी क्या होती है, इसे मैं महसूस कर रहा हूं. पहले मैं अपने विधानसभा के हर छोटे-बड़े कार्यक्रमों में शामिल हुआ करता था. लेकिन पिछले 3 सालों में कोरोना को छोड़ दें तो मैं हर कार्यक्रम में नहीं पहुंच पा रहा हूं.”
टीएस सिंहदेव ने भले ही ये बयान खुद के विधानसभा क्षेत्र में अपनी कम सक्रियता से जोड़कर दिया हो. लेकिन राजनीतिक गलियारे में इसकी चर्चा भी है और अलग-अलग कयास भी लगाए जा रहे हैं. साथ ही बैठे-बिठाए विपक्ष को भी एंटी इनकंबेंसी के मुद्दे पर सरकार को घेरने का मौका मिल गया है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने प्रदेश में कांग्रेस के विधायकों को नसीहत देते हुए अपने-अपने क्षेत्र में काम करने की नसीहत दी थी. जिसके बाद उनका यह बयान प्रदेश की सियासत में चर्चा में बना हुआ है.