Indian News : Twitter और Elon Musk की डील होने के बाद एक और नाम पर चर्चा शुरू हो गई है. वैसे तो पहली चर्चा कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल की विदाई पर हो रही थी, लेकिन अब निशाने पर कंपनी की पॉलिसी हेड विजया गाड्डे हैं. दरअसल, कंपनी की सेंसरशिप से जुड़े फैसलों के लिए विजया गाड्डे को ही जिम्मेदार माना जाता है.

यहां तक की पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump के ट्विटर अकाउंट बैन का फैसला भी विजया ने ही लिया था. लेटेस्ट रिपोर्ट्स की मानें तो ट्विटर की बोर्ड मीटिंग में विजया भावुक हो उठीं और रोने लगीं. यह मीटिंग एलॉन मस्क के ट्विटर खरीदने को लेकर हुई डील के बाद की बताई जा रही है.

ट्विटर के नए बॉस एलॉन मस्क ने विजया की सेंसरशिप वाली पॉलिसीज को लेकर सवाल उठाया है. फिलहाल आलम ये है कि विजया को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डोनाल्ड ट्रंप और एलॉन मस्क दोनों के फैंस टार्गेट कर रहे हैं. यहां तक ट्रोलर्स उन्हें गाली भी दे रहे हैं.

कौन हैं विजया गाड्डे? 

48 साल की विजया गाड्डे Twitter के सेफ्टी, लीगल ईशु और सेंसिटिव मामलों को हैंडल करती हैं. उन्होंने साल 2011 में ट्विटर जॉइन किया था और तब से वह कंपनी के कानून और पॉलिसी से जुड़े मामलों को संभाल रही हैं विजया को Twitter की एक्जीक्यूटिव टीम में सबसे ताकतवर महिला माना जाता है. 

यहां समझिए विजया की ताकत

भारत में जन्मी विजया गाड्डे की ताकत को आप ऐसे समझ सकते हैं कि पिछले साल अमेरिका में हुई हिंसा के बाद पूर्व अमेरिकी डोनाल्ड ट्रंप के ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड करने का फैसला भी उनका ही बताया जाता है. साल 2020 में उन्होंने तत्कालीन Twitter सीईओ जैक डोर्सी को अमेरिकी चुनाव में  पॉलिटिकल ऐड्स न बेचने के लिए भी मना लिया था. 

क्या अब बदल गई है स्थिति?

हालांकि, ऐसा लगता है अब स्थिति बदल चुकी है. ट्विटर अब पब्लिक से से प्राइवेट होने की ओर है और इसका कंट्रोल एलॉन मस्क के हाथों में होगा. मस्क ने विजया गाड्डे को सेंसरशिप से जुड़े उनके फैसले के लिए टार्गेट भी किया है

दरअसल, गाड्डे ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन के लैपटॉप पर की गई एक एक्सक्लूसिव स्टोरी की वजह से न्यूयॉर्क पोस्ट के अकाउंट को सस्पेंड कर दिया था. उनके इस कदम की मस्क ने आलोचना की है और इसे एक बेहद गलत कदम बताया है. 

एलॉन मस्क ने पॉडकास्ट होस्ट Saagar Enjeti ने एक ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा, ‘एक सही स्टोरी पब्लिश करने की वजह से एक प्रमुख न्यूज ऑर्गेनाइजेशन का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड करना बेहद गलत है.

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