Indian News : सिलीगुड़ी | पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में फेडरेशन ऑफ मेडिकल एसोसिएशन (फेमा) ने आरजी कर बलात्कार-हत्या मामले सहित अन्य गंभीर मुद्दों को लेकर निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में दो दिवसीय पेन-डाउन हड़ताल का आह्वान किया है। यह हड़ताल चिकित्सा छात्रों और पेशेवरों की सुरक्षा को लेकर उठे सवालों के संदर्भ में की जा रही है।
हड़ताल का उद्देश्य : फेमा के अध्यक्ष ने बताया कि यह हड़ताल चिकित्सकों और छात्रों के लिए सुरक्षा की आवश्यकताओं को उजागर करने के लिए की जा रही है। उन्होंने कहा कि आरजी कर मामले ने चिकित्सा समुदाय में एक भयावह माहौल पैदा कर दिया है और सुरक्षा को लेकर चिंताओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस हड़ताल के माध्यम से वे सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस और प्रशासन पर दबाव : फेमा ने सरकार और पुलिस प्रशासन से अपील की है कि वे मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करें। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में चिकित्सा संस्थानों में हो रही हिंसा और असुरक्षा की घटनाओं ने चिकित्सकों को काम करने में असमर्थ बना दिया है। इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
सरकार की प्रतिक्रिया : फेडरेशन के सदस्यों ने बताया कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे भविष्य में और अधिक उग्र कदम उठाने पर मजबूर होंगे। उन्होंने सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि सभी चिकित्सकीय पेशेवर सुरक्षित वातावरण में काम कर सकें।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया : स्थानीय समुदाय ने भी इस हड़ताल का समर्थन किया है और मांग की है कि स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। सिलीगुड़ी के नागरिकों ने अपने सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि चिकित्सा पेशेवरों को सुरक्षा मुहैया कराना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
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