Indian News : रायपुर । पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर के मुख्य सभागार में लैंगिक संवेदनशीलता विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन आज पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा द्वारा किया गया । उद्घाटन के दौरान पुलिस महानिदेशक ने अपने उद्बोधन में कहा कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए जेंडर संवेदनशीलता के प्रति पुलिस अधिकारियों को सजग रहना होगा । उन्होंने कहा कि किसी भी विषय को सामाजिक दृष्टि से देखना आवश्यक है ताकि समाज के भीतर जेंडर एम्पावरमेंट लाया जा सके। किसी भी घटना के सबंध में पुलिस अधिकारी को निष्पक्षता के साथ भूमिका निभाना आवश्यक है।

संविधान में महिलाओं एवं पुरूषों को समान अधिकार दिये गये हैं। एक पीड़ित महिला से संबंधित प्रकरण को पुलिस अधिकारी द्वारा कैसे व्यवहरण किया जायेगा और मेडिकल जांच कराने के संबंध में सभी प्रावधान कानून के अंतर्गत किये गये हैं। दो दिन के इस कार्यशाला में लैंगिक समानता पर निष्पक्ष कार्यवाही कैसे की जायेगी यह सीखने को मिलेगा और इस दौरान शंकाओं को साझा कर इसके समाधान कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा बताया जायेगा।

पुलिस महानिरीक्षक, सीआईडी एस.सी. द्विवेदी ने प्रतिभागियो को संबोधित करते हुए कहा कि इस राज्य स्तरीय कार्यशाला के माध्यम से महिला संबंधी अपराधों की विवेचना की बारीकियों, शिकायतों की जांच एवं पीड़ित के साथ पुलिस का व्यवहार कैसा हो इस पर विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में जब सोशल मीडिया की भूमिका अत्यंत प्रभावी हो गई है, तब पुलिस को और अधिक संवेदनशील होकर कार्यवाही करने की आवश्यकता है।




यूनिसेफ के सोशल एंड बिहेवियर चेंज स्पेशलिष्ट अभिषेक सिंह ने कहा कि लिंगभेद के बारे में मूलभूत सिद्धांत एवं व्यवस्था तथा सोच को समाज ने बनाया है। एक पुलिस अधिकारी के लिए जेंडर से बर्ताव में व्यापकता होनी चाहिए। कार्यशाला में राज्य के समस्त जिलों एवं पुलिस मुख्यालय के सहायक उप निरीक्षक से उप पुलिस अधीक्षक स्तर के कुल 85 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा जेंडर संवेदनशील पुलिसिंग हेतु प्रकाशित मार्गदर्शिका का विमोचन किया गया। कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर आभार प्रदर्शन पुलिस महानिरीक्षक, सीआईडी डॉ. संजीव शुक्ला ने किया।

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