Indian News : नई दिल्ली | वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम कल पूरा हो चुका है। सर्वे के बाद यह दावा किया जा रहा है कि मस्जिद परिसर स्थित वजू स्थान में एक शिवलिंग मिला है। शिवलिंग मिलने के बाद जिला कलेक्टर ने शिवलिंग वाले स्थान को सील करने का निर्देश दिया है। वहीं, अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि ये ही वो शिवलिंग है, जो ज्ञानवापी मस्जिद में मिला है।
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
Gyanvapi Masjid Shivling वहीं, इस वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। कुछ लोगों ने इसे शिवलिंग बताया है तो कुछ यूजर्स इसे फाउंडेशन और फाउंटेन भी बता रहे हैं। अब ट्विटर पर भी ‘ज्ञानवापी’ ट्रेंड करने लगा है। बता दें कि इस वायरल वीडियो की iBC24 पुष्टि नहीं करता है।
वजुखाने में 12 फीट 8 इंच का शिवलिंग!
हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने दावा किया कि ज्ञानवापी के वजुखाने में 12 फीट 8 इंचा का शिवलिंग मिला है। उनका कहना है कि यह शिवलिंग नंदीजी के सामने है और पूरा पानी निकालकर देखा गया, शिवलिंग 12 फीट 8 इंच का है, जो काफी अंदर गहराई तक है, शिवलिंग जब मिला तो लोग झूम उठे और हर-हर महादेव के नारे लगे।
तीन दिन तक चला मस्जिद का सर्वे
ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर पहला सर्वे का 14 मई को हुआ था। पहले दिन सुबह 8 बजे से 12 बजे तक सर्वे हुआ। राउंड-1 में सभी 4 तहखानों के ताले खुलवा कर का सर्वे किया गया। 15 मई को दूसरे राउंड का सर्वे हुआ। दूसरे दिन भी चार घंटे सर्वे का काम चला, लेकिन कागजी कार्रवाई के कारण सर्वे टीम डेढ़ घंटे देर से बाहर निकली। राउंड -2 में गुंबदों, नमाज स्थल, वजू स्थल के साथ-साथ पश्चिमी दीवारों की वीडियोग्राफी हुई। मुस्लिम पक्ष ने चौथा ताला खोला।
तीसरे दिन के सर्वे में मिला शिवलिंग!
सोमवार को तीसरे दिन करीब 2 घंटे का काम हुआ। सर्वे टीम नंदी के पास के कुएं से लेकर बाकी बचे इलाकों का मुआयना किया। फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी हुई। हिंदू पक्ष दावे मजबूत होने की बात कर रहा है तो मुस्लिम पक्ष कुछ न मिलने का दावा कर रहा है। सर्वे में शामिल वकील ने नाम न छापने की शर्त पर बताया था कि तीन कमरों में सर्प, कलश, घंटियां, स्वास्तिक, संस्कृत के श्लोक और स्वान की मूर्तियां मिली हैं, जो उनके लिए सबसे अहम सबूत हैं। इसके अलावा हिंदू मंदिरों के खंभे मिले हैं।
विश्वेश्वर महादेव का प्राचीन ज्योतिर्लिंग जो ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में मिला।
सैकड़ों साल से नंदी महाराज कर रहे थे,अपने आराध्य देव का इंतजार, आखिरकार उनका इंतजार हुआ पूरा।#ज्ञानवापी_मंदिर #हर_हर_महादेव pic.twitter.com/csLx0ZAmke