Indian News – नईदिल्ली (ए)। साल 2022 के लिए पुलित्जर पुरस्कारों की घोषणा सोमवार को की गई। पुलित्जर अवार्ड पत्रकारिता के क्षेत्र में अमेरिका का सर्वोच्च पुरस्कार है। इस बार तीन भारतीय पत्रकारों अदनान आबिदी, सना इरशाद मट्टू, अमित दवे को पुलित्जर पुरस्कार मिला है।

वहीं रॉयटर्स के दिवंगत दानिश सिद्दीकी को मरणोपरांत यह सम्मान मिला है। रॉयटर्स के फोटोग्राफर दानिश सिद्दीकी को मरणोपरांत अदनान आबिदी, सना इरशाद मट्टू और अमित दवे को भारत में कोविड के समय ली गई फोटो के लिए पुलित्जर से सम्मानित किया गया है। वहीं सिद्दीकी पिछले साल अफगान विशेष बलों और तालिबान विद्रोहियों के बीच संघर्ष की रिपोर्टिंग करने के दौरान में मारे गए थे।

पत्रकारिता में विजेताओं की पूरी सूची सार्वजनिक सेवा विजेता: वाशिंगटन पोस्ट, 6 जनवरी 2021 कैपिटल हिल पर हमला ब्रेकिंग न्यूज रिपोर्टिंग विजेता: मियामी हेराल्ड के कर्मचारी, फ्लोरिडा में समुद्रतट अपार्टमेंट टावरों के ढहने के कवरेज के लिए खोजी रिपोर्टिंग विजेता: रेबेका वूलिंगटन के कोरी जी. जॉनसन और टैम्पा बे टाइम्स के एली मरे, इनको  फ्लोरिडा के एकमात्र बैटरी रीसाइक्लिंग प्लांट के अंदर अत्यधिक जहरीले खतरों को उजागर करने के लिए अवार्ड मिला है।

व्याख्यात्मक रिपोर्टिंग विजेता: क्वांटा पत्रिका के कर्मचारी, विशेष रूप से नताली वोल्चोवर, इनको वेब स्पेस टेलीस्कोप कैसे काम करता है, इस पर रिपोर्टिंग के लिए सम्मान मिला।

स्थानीय रिपोर्टिंग विजेता: बेटर गवर्नमेंट एसोसिएशन के मैडिसन हॉपकिंस और शिकागो ट्रिब्यून के सेसिलिया रेयेस को शिकागो के अधूरी भवन और अग्नि सुरक्षा संबंधी रिपोर्टिंग के लिए राष्ट्रीय रिपोर्टिंग विजेता: द न्यूयॉर्क टाइम्स के कर्मचारी अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्टिंग विजेता: द न्यूयॉर्क टाइम्स के कर्मचारी फीचर लेखन विजेता: द अटलांटिक के जेनिफर सीनियर फीचर फोटोग्राफी विजेता: अदनान आबिदी, सना इरशाद मट्टू, अमित दवे और रॉयटर्स के दिवंगत दानिश सिद्दीकी, भारत में कोरोना समय में फोटो के लिए मिला सम्मान कॉमेंट्री विजेता: मेलिंडा हेनेबर्गरआलोचना विजेता: सलामिशा टिलेट, द न्यूयॉर्क टाइम्सइ लस्ट्रेटेड रिपोर्टिंग और कमेंट्री विजेता: फहमीदा अजीम, एंथोनी डेल कर्नल, जोश एडम्स और वॉल्ट हिक्की ऑडियो रिपोर्टिंग विजेता: फ्यूचूरो मीडिया और पीआरएक्स के कर्मचारी उपन्यास विजेता: द नेतन्याहूस, लेखक- जोशुआ कोहेननाटक विजेता: फैट हैम, जेम्स इजामेसो द्वाराजीवनी विजेता: चेजिग मी टू माई ग्रेवकविता विजेता: फ्रैंक: सॉनेट्स, डायने सीस द्वारा सामान्य गैर-कथाविजेता: अदृश्य बच्चा: एक अमेरिकी शहर में गरीबी, जीवन रक्षा और आशा, एंड्रिया इलियट द्वारासंगीत विजेता: रेवेन चाकोन, वॉयसलेस मास के लिए

क्या है पुलित्ज़र पुरस्कार | What is Pulitzer Prize ?

दरअसल मूल रूप से हंगरी के रहने वाले समाचार पत्र प्रकाशक जोसेफ पुलित्जर के नाम पर ये महत्वपूर्ण पुरस्कार दिया जाता है। बताते चलें कि जोसेफ ने अपनी वसीयत में कोलंबिया विश्वविद्यालय को पत्रकारिता स्कूल शुरू करने और पुरस्कार स्थापित करने के लिए पैसे दिए थे। इस पुरस्कार और छात्रवृत्ति के लिए उन्होंने 250,000 डॉलर भी आवंटित किए थे।

यह भी जान लीजिये कि, जोसेफ के नाम पर पत्रकारिता में चार पुरस्कार के अलावा पत्र और नाटक में चार, शिक्षा में एक, ट्रैवलिंग स्कॉलरश‍िप में चार पुरस्कार दिए जाते हैं। जोसेफ की मृत्यु 29 अक्टूबर 1911 के बाद पहली बार पुलित्जर पुरस्कार 4 जून 1917 में दिया गया। उनकी याद में आज भी पुलित्जर पुरस्कार (Pulitzer Prize), संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा दिया जाने वाला एक प्रमुख पुरस्कार है।

इस ख़ास पुरूस्कार से कुल 21 श्रेणियों को सम्मानित किया जाता हैं। इस पुरस्कार प्राप्त करने वाले विजेता को पुरस्कार के साथ-साथ एक प्रमाण-पत्र व 10,000 डॉलर की नकद राशि भी प्रदान की जाती है।

किसे मिलता है पुलित्जर पुरस्कार

यह अहम पुरस्कार प्रत्येक वर्ष आत्मकथा, कविता, फिक्शन, नाटक, इतिहास, जनसेवा एवं पत्रकारिता की अन्य विभिन्न श्रेणियों के विजताओं को प्रदान किया जाता है| इस पुरस्कार को प्रदान करने की एक ख़ास और जरुरी वजह यह भी है, कि पुरस्कार देने से विजेताओं का मनोबल बढ़ता है, जिससे उनका हौसला भी मजबूत होता चला जाता है | इसलिए इस तरह के सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करके उन्हें असल में उनके साहस को सम्मानित किया जाता है |

भारतीयों में सबसे पहले किसने हासिल किया यह पुरस्कार

देखा जाए तो सबसे पहले भारतीय के तौर पर पुरस्कार पाने वालों में गोबिंद बिहारी लाल का नाम आता है। वो दरअसल भारतीय-अमेरिकी पत्रकार और इंडिपिंडेंट एक्ट‍िविस्ट थे। उन्होंने लाला हर दयाल के रिश्तेदार और करीबी सहयोगी के तौर पर गदर पार्टी में शामिल होकर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में जरुरी योगदान भी दिया था। गोबिंद बिहारी लाल को साल 1937 में पुलित्जर से नवाजा गया था। विज्ञान लेखक के तौर पर उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के क्षेत्र में विज्ञान के कवरेज के लिए चार अन्य लोगों के साथ अपना पुलित्जर पुरस्कार साझा किया था।

इन भारतियों ने जीता पुलित्जर

देखा जाए तो अब तक भारतीय अमेरिकी लेखिका झुंपा लाहिड़ी, पत्रकार-लेखिका गीता आनंद, कैंसर चिकित्सक और शोधकर्ता सिद्धार्थ मुखर्जी, विजय शेषाद्री, पत्रकार मेघा राजगोपाल और नील बेदी को अब तक यह बहुप्रतिष्ठत पुलित्जर पुरस्कार से नवाजा गया है।

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