Indian News : मास्‍को | यूक्रेन में रूस के अपने कदम पीछे खींचने के संकेत के बाद अमेरिका के रुख में भी नरमी आती दिख रही है। अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने संकेत दिया है कि वह रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात कर सकते हैं। इससे पहले यूक्रेन पर रूस के हमले लेकर भड़के बाइडन ने पुतिन को ‘युद्धापराधी’ और ‘कसाई’ तक कह दिया था। यही नहीं बाइडन ने पोलैंड में पुतिन को रूस की सत्‍ता से हटाने का विवादित बयान दे दिया था जिसको लेकर बवाल मच गया था। बाद में बाइडन ने इस पर सफाई दी थी।

बाइडन ने वाइट हाउस में संवाददाता सम्‍मेलन में कहा कि सवाल यह है कि क्‍या बैठक करने के लिए कुछ है जो उनको युद्ध को बंद करने के लिए तैयार कर सकेगा और यूक्रेन का फिर से निर्माण हो सके। यह मुद्दा है। इससे पहले रूस और यूक्रेन के अधिकारियों ने तुर्की में बैठक की थी और ऐसे संकेत मिले हैं क‍ि दोनों के बीच समझौता हो सकता है। पुतिन से मुलाकात के बारे में सवाल पूछे जाने पर बाइडन ने कहा, ‘यह इस पर निर्भर करेगा कि वह क्‍या बात करना चाहते हैं।’

दोनों पक्ष अभी भी शीर्षस्‍तर पर बातचीत के लिए तैयार




अमेरिकी राष्‍ट्रपति का यह बयान यह संकेत दे रहा है कि दोनों पक्ष अभी भी शीर्षस्‍तर पर बातचीत के लिए तैयार हैं। वह भी तब जब बाइडन ने पुतिन के खिलाफ बहुत कड़ी भाषा का इस्‍तेमाल किया है। बाइडन के इस बयान को रूसी राष्‍ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने निजी अपमान करार दिया था। बाइडन के सत्‍ता में बदलाव के बयान का अमेरिका के सहयोगी देश फ्रांस ने भी आलोचना की थी। उधर, क्रेमलिन ने भी संकेत दिया है कि वह बातचीत के लिए तैयार है।

क्रेमलिन के प्रवक्‍ता ने कहा कि एक रास्‍ते से या दूसरे रास्‍ते से बाद में या अभी हमें रणनीतिक स्थिरता और सुरक्षा के मुद्दे पर बात करना ही होगा। इससे पहले पुतिन ने अमेरिका से मांग की थी कि यूक्रेन को कभी भी नाटो का हिस्‍सा नहीं बनाया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां पर लंबी दूरी की कोई भी मिसाइल नहीं हो। इस पर बाइडन ने कहा कि हम दूसरी मांग को आसानी से निपटा सकते हैं लेकिन पहली मांग के लिए रास्‍ते नहीं बंद कर सकते हैं।

अब रूस की मांगें लगातार बढ़ती जा रही हैं: बाइडन

हालांकि बाइडन ने यह भी बताया कि पुतिन से मुलाकात के बाद अब रूस की मांगें लगातार बढ़ती जा रही हैं। इस बीच रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा है कि यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक कि निर्धारित लक्ष्य हासिल नहीं हो जाते। आरटी के मुताबिक, शोइगु ने एक कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा, ‘रूसी सशस्त्र बल विशेष सैन्य अभियान तब तक जारी रखेंगे, जब तक कि निर्धारित लक्ष्य हासिल नहीं हो जाते।’ शोइगु ने कहा कि पश्चिम द्वारा यूक्रेन को घातक हथियारों की डिलीवरी गैर-जिम्मेदाराना है। उन्होंने कहा, ‘हम यूक्रेन को घातक हथियारों की आपूर्ति करने वाले पश्चिम की स्थिति को गैर-जिम्मेदार मानते हैं।’

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