Indian News : दुनिया के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक माना जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) से जोड़ेगा. 1386 किमी के इस 8-लेन एक्सप्रेसवे को दोनों राजधानियों के बीच यात्रा करने में 12 घंटे से भी कम समय लगेगा।

इस एक्सप्रेसवे को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ( नितिन गडकरी) ट्वीट कर इसके निर्माण की अपडेट साझा करते रहते हैं. एक बार फिर उन्होंने एक्सप्रेसवे की कुछ तस्वीरों के साथ ट्वीट करते हुए लिखा, ‘दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के वडोदरा-विरार सेक्शन से शानदार नजारा. समृद्ध भारत के लिए दूरी सीमित करनी होगी। 1386 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे हाईवे में कुल 8 लेन होंगे, जिसमें 12 लेन के विस्तार की गुंजाइश होगी।

एक्सप्रेसवे बनाने में 98,000 करोड़ खर्च होंगे




बताया जा रहा है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 98,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इससे न केवल दिल्ली और मुंबई के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि कई शहर भी दिल्ली से जुड़ जाएंगे। दिल्ली – वडोदरा – मुंबई एक्सप्रेसवे देश के कई प्रमुख शहरों के बीच यात्रा के समय को आधा कर देगा।

दिल्ली से मुंबई का सफर 24 घंटे की जगह 12 से 13 घंटे में पूरा होगा। इसके अलावा यह एक्सप्रेसवे हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र समेत 5 राज्यों से होकर गुजरेगा। इतना ही नहीं यह एक्सप्रेसवे जेवर एयरपोर्ट और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट को मुंबई से भी जोड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण रिकॉर्ड गति से चल रहा है। परियोजना की आधारशिला 9 मार्च, 2019 को रखी गई थी।

ये सुविधाएं एक्सप्रेसवे पर मिलेंगी

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर हेलीपैड की सुविधा भी होगी। इसके अलावा हर 100 किमी पर ट्रॉमा सेंटर बनाए जाएंगे। ताकि मेडिकल इमरजेंसी होने पर तत्काल इलाज मुहैया कराया जा सके। इस एक्सप्रेसवे पर हर 500 मीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इस हाईवे पर स्पीड ब्रेकर नहीं होगा। इस एक्सप्रेस-वे पर वाहन चालकों के लिए 120 किमी की रफ्तार तय की गई है। इससे अधिक गति से वाहन चलाने पर ऑनलाइन चालान काटा जाएगा।

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