Indian News : रायपुर | राजधानी के डॉक्टर ऑन स्ट्रीट दोस्त टीम ने मणिपुर के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के राहत शिविर में जाकर जरूरतमंदों की सेवा की। मानवीय त्रासदी से जूझ रहे लोगों के बीच जाकर राहत शिविर में मौजूद बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच की । इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को आवश्यक दवा उपलब्ध कराई। डॉ. सत्यजीत साहू के नेतृत्व में दोस्त की टीम ने शनिवार को पत्रकारवार्ता में अपने अनुभव साझा किए ।
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पत्रकारों से चर्चा में डॉ. सत्यजीत साहू, सुनील शर्मा, सूरज दुबे ने संयुक्त रूप से बताया कि पिछले 9 महीनों से मणिपुर में जारी हिंसा ने बड़े पैमाने पर वहां मानवीय त्रासदी को जन्म दिया है। लोग अपने घरों से बेघर होकर राहत शिविर में बड़ी कठिनाई भरा जीवन गुजार रहे हैं ।
विस्थापन के शिकार लोगों के पास दवा, राहत सामग्री की बेहद जरूरत है। डॉ. सत्यजीत साहू ने बताया कि वहां जाकर देखा कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। गर्भवती महिलाओं के इलाज, देखभाल और पोषक खुराक की आवश्यकता है। प्रवास के दौरान दोस्त की टीम ने राहत शिविरों में यह पाया कि एक कैंप में 100 से लेकर 1000 तक प्रभावित लोगों को रहना पड़ रहा है।
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