Indian News : ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में ग्रहों का राशि परिवर्तन और ग्रहों की युति का खास महत्व है. जब कोई ग्रह राशि परिवर्तन (Planet Transit) या युति करता है तो उसका असर सभी राशियों पर पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक 18 जून को शुक्र (Venus) का वृषभ राशि (Taurus) में प्रवेश हो चुका है. यहां पहले से ही बुद्धि और वाणिज्य के कारक ग्रह बुध (Budh Grah) विराजमान हैं. ऐसे में वृषभ राशि में बुध और शुक्र का युति योग बना है. ज्योतिष के अनुसार शुक्र-बुध में मित्रता का भाव रहता है. इसके अलावा 30 साल बाद शनि देव (Shani Dev) अपनी मूल त्रिकोण राशि में विराजमान हैं. ग्रहों के इस युति योग से 4 राशि वालों की कुंडली में महापुरुष नामक राजयोग (Mahapurush Raj Yoga) की निर्माण हुआ है. आइए जानते हैं कि किन राशियों में राजयोग (Raj Yog) का निर्माण हुआ है और इसका क्या असर होगा. 

वृश्चिक (Scorpio) – ज्योतिष के अनुसार इस राशि में 2 महापुरुष राजयोग का निर्माण हुआ है. शश राजयोग के प्रभाव से नौकरी में तरक्की या नए जॉब का ऑफर मिल सकता है. साथ ही जो लोग बिजनेस में हैं, उन्हें इस शुभ योग के प्रभाव से आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी. साथ ही प्रॉपर्टी से भी अच्छा खासा आर्थिक लाभ का योग है. बिजनेस में कोई बड़ी डील फाइनल कर सकते हैं. 

सिंह (Leo) – बुध-शुक्र की युति से इस राशि में शश और मालव्य नामक दो राजयोग का निर्माण हुआ है. इन दोनों राजयोग से प्रभाव से अचानक आर्थिक लाभ हो सकता है. विदेशों से जुड़े व्यापार में मुनाफा बढ़ सकता है. पार्टनरशिप के व्यापार से अच्छा आर्थिक लाभ का संकेत है. बिजनेस में निवेश से लाभ का प्रबल योग है. इस दौरान पैतृक संपत्ति से लाभ हो सकता है. 

कुंभ (Aquarius) – ज्योतिष के मुताबिक इस राशि के जातकों की कुंडली में शश और मालव्य नामक राजयोग का निर्माण हो रहा है. जिसके प्रभाव से भौतिक साधनों में वृद्धि का योग है. मकान और वाहन का सुख प्राप्त होगा. व्यापार में आमदनी के नए स्रोत बनेंगे. इसके अलावा किस्मत का भी पूरा साथ मिलेगा. 

वृषभ (Taurus) – ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि में दो महापुरुष राजयोग का निर्माण हुआ है. लग्न भाव में बने मालव्य योग के शुभ प्रभाव से करियर में जबदस्त तरक्की की संकेत है. नौकरी में पदोन्नति का प्रबल योग है. जो लोग नौकरी की तलाश में हैं, उन्हें इसका ऑफर मिलेगा. इसके अलावा सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. कार्यक्षेत्र में नया अवसर प्राप्त हो सकता है. व्यापार में आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी. 

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