Indian News : भिलाई | छत्तीसगढ़ के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई दुर्ग पुलिस द्वारा की गई है। एक नशे की मामले की जांच करते हुए दुर्ग पुलिस ने पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया है। राजस्थान में पकड़े गए आरोपी के कब्जे से 1 करोड़ 60 लाख रुपए से भी अधिक की नशीली दवाएं जब्त की गई है । मंगलवार को प्रेस कान्फ्रेंस में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामगोपाल गर्ग ने मामले का खुलासा किया है । आपको बता दे कि पुलिस वैभव फार्मास्युटिकल के नाम पर फर्जी कंपनी खड़ी कर करोड़ो रुपए की नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले वैभव खंडेलवाल, आकांक्षा खंडेलवाल को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुका है ।

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मोहन नगर पुलिस ने पिछले साल दिसंबर महिने में महिला ड्रग पेडलर आकांक्षा खंडेलवाल को गिरफ्तार किया था । इसके पास से 45 हजार रुपए से भी अधिक की नशीली दवाई बरामद की गई थी | इसी मामले के जांच के दौरान मुख्य आरोपी को पकड़ने दुर्ग पुलिस द्वारा राजस्थान के कोटा, बुन्दी और जयपुर में जाकर छापेमारी की गई | इस दौरान दुर्ग पुलिस की टीम ने राजस्थान के बुन्दी में बॉयोलैब रेमेडिस के संचालक अंकुश पालीवाल को गिरफ्तार किया | वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी अंकुश पालीवाल द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों सहित अंतरराष्ट्रीय मार्केट बांग्लादेश में ऑनलाइन माध्यम से फर्जी कंपनियों को नशीली दवाइयों सप्लाई किया जाता था | आरोपी द्वारा बड़ी मात्रा में अवैध रूप से जमा किए गए प्रतिबंधित नशीली टेबलेट और सिरप जब्त किया गया है, जिसकी कीमत 1 करोड़ 60 लाख 44 हजार रुपए है |

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गर्ग ने बताया कि दुर्ग जिला के वैभव खंडेलवाल  एवं आकांक्षा खण्डेलवाल द्वारा इण्डिया मार्ट के साईट में जाकर एक फर्जी कम्पनी वैभव फार्मसिटीकल बनाया गया था | जिनके द्वारा राजस्थान के अंकुश पालीवाल से प्रतिबंधित नशीली दवाईयां मंगाकर ऑनलाईन कम्पनी इण्डिया मार्ट में वाइरस मेडिकोस के नाम से पूरे देश में अवैध रूप से नशीली दवाईयां सप्लाई किया जाता था । जबकि उसके बहन आकांक्षा खंडेलवाल के द्वारा छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में रिटेल में बेंचा जाता था । जिसे दुर्ग पुलिस द्वारा पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है । पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आकांक्षा द्वारा अंकुश पालीवाल से सम्पर्क कर अवैध रूप से प्रतिबंधित नशीली दवाइयों ऑनलाइन प्राप्त कर अवैध रूप से बिक्री की जा रही थी । इसी विवेचना के दौरान आरोपी वैभव खंडेलवाल ने पुलिस को बताया कि राजस्थान के बायो लेब रेमेडिस से इण्डिया मार्ट के माध्यम से फर्जी दस्तावेज के सहारे प्रतिबंधित नशीली दवाईयां को बेच रहा था । इधर बायोलेब रेमेडिस के संचालक अंकुश पालीवाल से पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर उसने जुर्म स्वीकार किया है |

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