Indian News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में योगी सरकार ने अपराधियों और माफियाओं पर बुलडोजर (Bulldozer) चला कर सत्त्ता को साधा. वहीं यूपी चुनाव (UP Election) में बुलडोजर के इर्दगिर्द हो रही सियासत की एंट्री राजस्थान (Rajasthan) में हो चुकी है. जिसको लेकर सियासत गर्मा चुकी है. चूरू (Churu) जिले के सुजानगढ़ के सालासर (Salasar) द्वार पर बने रामदरबार (Ram Darbar) को बुलडोजर से तोड़ने का वीडियो वायरल हुआ है.

बीजेपी ने की निंदा

सोशल मीडिया से लेकर यहां सड़क तक सियासी घमासान मच गया है. इस पूरे मामले के सामने आने और वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने इसकी कड़ी निंदा की है. साथ ही गहलोत सरकार की नीति और नियत पर सवाल उठा दिया है. बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर गहलोत सरकार पर तीखा हमला किया है. साथ ही राजस्थान बीजेपी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि अंधेरी रात में भगवान राम और उनके दरबार की मूर्तियों पर गहलोत सरकार ने जो बुलडोजर चलाया है, उसे हम नहीं भूलेंगे.




क्या लगाया आरोप

दरअसल, राजस्थान के चूरू जिले के सुजानगढ़ जिले के सालासर रोड पर स्थित एक एंट्री गेट पर बने राम दरबार को तोड़ने का वीडियो वायरल हो रहा है. इसे लेकर बीजेपी ने दावा किया है कि सरकार की शह पर प्रशासन ने गेट को राम दरबार के साथ गिरा दिया. वीडियो में रात के अंधेरा में पीडब्ल्यूडी की जेसीबी मशीनें राम दरबार के साथ बने इस गेट को ध्वस्त करते दिखाई दी है.

एंट्री गेट पर लगी राम दरबार की मूर्ति तोड़ने के इस वीडियो को लेकर हिंदू संगठनों में रोष है. वहीं बीजेपी के नेता इस वीडियो को लगातार ट्वीट कर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. बीजेपी के कई नेताओं ने गहलोत सरकार पर हमला बोल रह है. प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, गुलाबचंद कटारिया, राजेंद्र राठौड़, गजेंद्र सिंह शेखावत इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में जूठे हैं.

क्या है मामला

सालासर-सुजानगढ़ मार्ग को फोरलेन बनाने के लिए रोड को चौड़ा किया जाना है. इस मार्ग पर राम दरबार की मूर्तियों वाला पत्थर का एक भव्य प्रवेश द्वार बना हुआ था. इस प्रवेश द्वार को पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार ने मंगलवार की रात 15 मार्च को जेसीबी के जरिये ढहा दिया. इसके लिये ना तो पहले मूर्तियों को हटाया गया और ना ही हिन्दू संगठनों को सूचना दी गई. ठेकेदार ने सीधे ही इस द्वार को नीचे गिरा दिया. उसके बाद पीडब्ल्यूडी एईएन बाबूलाल वर्मा और जेईएन नंदलाल मुवाल ने माफी मांगते हुए कहा सड़क पर बनने के बाद जब प्रवेश द्वार बनाया जाएगा उसमें राम दरबार की मूर्तियां वापस लगा दी जायेगी. होली का त्यौहार होने की वजह से एकबारगी वहां धरना स्थगित कर दिया गया था.

गहलोत सरकार पर निशाना

राजस्थान बीजेपी ने ट्वीट के जरिए इसे सुजानगढ़ में गहलोत सरकार की “निशाचरी करतूत” बताया है। वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस अपना अस्तित्व खतरे में देख मंदिर जाने का दिखावा करने लगी लेकिन असलियत छिपाए नहीं छिपती. सुजानगढ़ में प्रवेश द्वार को गिराते हुए यह ध्यान नहीं रखा गया कि वहां राम दरबार बना हुआ है. इस तरीके को कौन सच्चा हिंदू स्वीकार करेगा?’

क्या हुई मांग

घटना के बाद जानकारी मिली है कि वायरल वीडियो के बाद हिन्दू कार्यकर्ताओं ने सुजानगढ़-सालासर रोड को जाम कर के विरोध प्रदर्शन किया. डेढ़ घंटे तक लगा जाम रात पौने आठ बजे खुल सका. धरने के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ भी हुआ. दोनों तरफ से गाड़ियों की लम्बी कतारें लग गईं. जिसकी वजह से कई किलोमीटर लंबे जाम से निपटना प्रशासन के लिए भी मुश्किल हो गया. पुलिस से आक्रोशित हिन्दू कार्यकर्ताओं ने मांग की कि सीनियर अधिकारियों को मौके पर बुलाया जाए.

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