Indian News : पटियाला | पंजाब के पटियाला के काली देवी मंदिर के पास आज शिवसेना और खालिस्तान समर्थकों के बीच तीखी झड़प हो गई। इस दौरान मौके पर दोनों पक्षों की तरफ से पथराव किया गया और तलवारें भी लहराई गई। आपात घटना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है।

Clash between Shiv Sena and Khalistan  इस घटना को पंजाब के सीएम भगवंत मान ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने लिखा ट्वीट कर लिखा कि पटियाला में झड़प की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने डीजीपी से बात की, इलाके में शांति बहाल कर दी गई है। हम स्थिति की बारीकी से नजर रखे हुए हैं और किसी को भी राज्य में अशांति पैदा नहीं करने देंगे। पंजाब की शांति और सद्भाव सबसे जरूरी है।

वहीं इस मामले में पंजाब पुलिस का भी बयान सामने आया है।  न्यू पटियाला के एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने कहा कि इस घटना को लेकर बयान दर्ज़ किए जा रहे हैं, जिसकी ग़लती है उसे गिरफ़्तार किया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की तरफ से बताया गया था कि मार्च नहीं निकाला जाएगा। कल इन्होंने मार्च निकालने के लिए अनुमति मांगी थी, जिसे अस्वीकार कर दिया गया था। वही डीएसपी मोहित मल्होत्रा ने बताया, “कानून व्यवस्था की समस्या को देखते हुए पुलिस तैनात कर दी गई है। हम दो समूहों में से एक के प्रमुख हरीश सिंगला से बात कर रहे हैं क्योंकि उनके पास मार्च की अनुमति नहीं है।”




मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब के पटियाला में काली माता मंदिर के पास शुक्रवार को दो समूहों के बीच भिड़ंत में पथराव और तलवारें बरसाई गईं। यह घटना तब हुई जब शिवसेना पटियाला में खालिस्तानी समूहों के खिलाफ मार्च कर रही थी। रैली के दौरान सिख संगठन और शिवसेना के सदस्य आपस में भिड़ गए। भीड़ में से कई लोगों ने नारेबाजी भी की, जिससे इलाके में तनाव बढ़ गया।

रैली के दौरान दोनों पक्षों में तनाव इतना बढ़ गया कि पुलिस टीम को स्थिति संभालने के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी। इस दौरान कई लोग घायल भी हुए हैं। फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन शांति व्यवस्था को पुलिस की मदद से कायम रखने में मदद मिली है।

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